हवाओं का रुख बदलने के साथ भोपाल में लुढ़का पारा, बढ़ी सिहरन
देश के उत्तरी इलाकों में बने अलग-अलग वेदर सिस्टम के कमजोर पड़ने के साथ हवा का रुख एक बार फिर बदल गया है। वेदर सिस्टम के निष्प्रभावी होने से मध्य प्रदेश के विभिन्न इलाकों में पिछले दो-तीन दिनों से छाए बादल अब छंटने लगे हैं। हवाओं का रुख उत्तरी, उत्तर-पश्चिमी होने से दिन और रात का पारा एक बार फिर लुढ़कने लगा है। रविवार को दिन में राजधानी समेत ग्वालियर, सागर संभाग में ठंडी तेज हवाएं चलीं, इससे दिन के तापमान में गिरावट दर्ज करने के साथ ही ठिठुरन का अहसास हुआ।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बीते चौबीस घंटों के दौरान राजधानी भोपाल में पारा तेजी से लुढ़का। रविवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम रहा। साथ ही यह शनिवार के अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 4.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा। वहीं सोमवार को भोपाल में न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस कम रहा। साथ ही यह पिछले दिन के न्यूनतम तापमान के मुकाबले 3.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा। राजधानी में सुबह हल्का कोहरा छाया रहा और दृश्यता 2 किलोमीटर तक ही रही। हालांकि भोपाल में सोमवार को भी आंशिक बादल छाए हुए हैं, लेकिन बूंदाबांदी के आसार कम ही हैं। राजधानी में हवाओं की अधिकतम रफ्तार भी 24 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रही। इसके चलते दिन और रात के तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला के मुताबिक हवाओं का रुख बदल जाने से रात के तापमान में तेजी से गिरावट होने की संभावना है। उधर, बड़े पैमाने पर नमी रहने से आज और कल प्रदेश में अनेक स्थानों पर कोहरा छाने की संभावना है। साथ ही सोमवार को कई जिलों में शीतल दिन भी रहने के आसार हैं।