इंदौर कलेक्टर की चेतावनी- शासकीय कर्मचारियों ने सतर्कता डोज नहीं लगवाई तो रुकेगा वेतन
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सतर्कता डोज के रूप में तीसरी डोज लगवाने में लापरवाही करने वाले शासकीय कर्मचारियों को लेकर प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। कलेक्टर ने चेतावनी दी है कि जो शासकीय कर्मचारी सतर्कता डोज नहीं लगवाएंगे, उनकाे वेतन नहीं दिया जाएगा।
सोमवार को टीएल बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिए हैं कि सभी फ्रंट लाइन और स्वास्थ्य कर्मचारी जिनकी सतर्कता डोज लगाने की अवधि हो चुकी है, वे शीघ्र तीसरी डोज लगवाएं। बैठक में विभागवार कर्मचारियों के टीकाकरण की जानकारी ली गई। साथ ही सख्त चेतावनी दी गई कि सभी विभागों के जिला प्रमुख अपने कर्मचारियों काे सतर्कता डोज लगवाने का कार्य जल्दी पूरा करें। कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि ऐसे डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ जो सतर्कता डोज के लिए ड्यू हो चुके हैं और फिर भी सतर्कता डोज नहीं लगवा रहे हैं, उनका वेतन रोका जाए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हिमांशु चंद्र, अपर कलेक्टर पवन जैन, अभय बेड़ेकर, अजयदेव शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
22 हजार से अधिक फ्रंट लाइन और स्वास्थ्य कर्मचारियों को नहीं लगी तीसरी डोज
इंदौर जिले में 22 हजार से अधिक ऐसे फ्रंट लाइन और स्वास्थ्य कर्मचारी व कार्यकर्ता हैं जिनकी सतर्कता डोज की अवधि पूरी हो गई, लेकिन उन्होंने अब तक नहीं लगवाई है। इसमें 12 हजार हेल्थ केयर वर्कर (एचसीडब्ल्यू) और 10 हजार 577 फ्रंट लाइन वर्कर (एफएलडब्ल्यू) शामिल हैं। अब तक 48 हजार से अधिक लोगों को सतर्कता डोज लग चुकी है। इसमें फ्रंट लाइन वर्कर, हेल्थ केयर वर्कर और 60 साल से अधिक आयु के लोग भी हैं।