इंदौर में फिर बढ़ी कोरोना संक्रमितों की संख्या, 1905 नए केस, दो की मौत
कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले कम होने से राहत थी, लेकिन शुक्रवार को फिर नए केस बढ़ गए। शुक्रवार को इंदौर में 10430 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें से 1905 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। दो संक्रमितों की मौत हुई है। गुरुवार को इंदौर में 1498 नए मरीज मिले थे। इस लिहाज से एक दिन में 407 केस बढ़े हैं। इंदौर में अब तक 1420 मरीजों की मौत हो चुकी है। इंदौर जिले में 16083 मरीजों का उपचार चल रहा हैं। सीएमएचओ डा. बीएस सैत्या के मुताबिक 47 वर्षीय पुरुष की मौत हुई है, जो चार दिन से डायबिटीज सहित अन्य बीमारी और कोविड संक्रमण के कारण अस्पताल भर्ती थे। 69 वर्षीय बुजुर्ग जो डायबिटीज, हाइपरटेंशन, ह्रदय संबंधित बीमारी के कारण साल 2007 से ही बिस्तर पर थे और कोविड संक्रमण के उपचार के लिए आठ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे, उनकी भी कोविड संक्रमण से मौत हुई।
सतर्कता डोज नहीं लगवाने वालों को नहीं मिलेगा वेतन
ऐसे सभी फ्रंटलाइन और हेल्थकेयर वर्कर तथा अन्य शासकीय सेवक, जिनकी सतर्कता डोज लगवाने की अवधि हो चुकी है, वे शीघ्र इसे लगवा लें। ऐसा नहीं करवाने वाले शासकीय सेवकों को जनवरी माह का वेतन नहीं मिलेगा। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि विभागवार कर्मचारियों के संबंध में टीकाकरण की जानकारी एकत्र की जा रही है। कोषालय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सतर्कता डोज लगवाने का सर्टिफिकेट मिलने पर ही वेतन आहरित करें। सभी कार्यालय प्रमुख अपने-अपने कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों के संबंध में यह प्रमाण प्रस्तुत करें कि सभी पात्र शासकीय सेवकों ने टीकाकरण करवा लिया है। साथ ही सख्त हिदायत दी गई कि अपने सभी कर्मचारियों को सतर्कता डोज लगवाने का कार्य शीघ्र पूरा करें। कोई भी कर्मचारी टीकाकरण से वंचित नहीं रहे।