भोपाल में चिट फंड कंपनी की तर्ज पर डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी मामले में एक गिरफ्तार
फर्जी कंपनी बनाकर चिट फंड की तर्ज पर दो सौ लोगों के साथ करीब डेढ़ करोड़ की ठगी करने वाले एक आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपित की तलाश की जा रही है।
बागसेवनिया थाना प्रभारी संजीव चौकसे के मुताबिक चूनाभट्टी निवासी शैलेंद्र रावत (48) ने 21 जनवरी को पुलिस में शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि बागसेवनिया स्थित एईएस प्रायवेट लिमिटेड कंपनी के चीफ रीतेश गुप्ता एवं स्टेट हेड बालादीन रजक ने 15 करोड़ का लोन दिलाने के नाम पर उनके साथ छह लाख 85 हजार की ठगी की है। इसके अलावा आठ अन्य लोगों ने भी 85 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की शिकायत की थी। शिकायतकर्ताओं का कहना था कि कंपनी ने 200 लोगों से करीब डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी की है। इसके बाद कंपनी के कर्ताधर्ता कंपनी के आफिस में ताला लगाकर गायब हो गए। पुलिस ने स्टेट हेड बालादीन रजक (34) निवासी करीतलाई विजय राघौगढ़ जिला कटनी, हाल पता शुभसिटी अवधपुरी को गिरफ्तार कर लिया है। फरार आरोपी रीतेश गुप्ता की तलाश की जा रही है।
पांचवी पास है बालादीन
पुलिस ने बताया कि आरोपित बालादीन रजक पांचवीं क्लास तक पढ़ा है। फरार रीतेश गुप्ता भी मूलत: कटनी जिले का रहने वाला है। दोनों की 10 साल पुरानी दोस्ती है। वह पहले कटनी में ही कमीशन पर प्लाट बेचने का काम करते थे। पिछले साल अक्टूबर 2021 में उन्होंने एईएस नाम से निजी फायनेंस कंपनी बनाई और बागसेवनिया में कार्यालय खोला। उन्होंने कुछ कर्मचारी भी रखे, जो लोन लेने के इच्छुक लोगों से से संपर्क करते थे। उसके बाद रीतेश और बालादीन कार्यालय में लोगों से सौदा करते हुए लोन दिलाने का भरोसा देकर रुपये जमा करवाते थे।