प्रदेश में शूटर्स को जारी होने वाले लाखों कारतूसों के अपराधियों तक पहुंचने के खुलासे के बाद जिला प्रशासन ने हिसाब मांगना शुरू कर दिया है। पिछले 2 दिन में कुल 32 शूटर्स ने बैरागढ़ एसडीएम ऑफिस में वैरिफिकेशन कराया। इस वजह से ऑफिस में शूटर्स की भीड़ लगी रही। 28 और 29 अगस्त को भी उन्हें वैरिफिकेशन कराना होगा।
वैरिफिकेशन के दौरान ही शूटर्स से जानकारी भी ली गई। जैसे- हथियार कब और कहां से खरीदे? कारतूस कहां से खरीदे? कहां चलाए? इन सबका 5 से 10 साल का रिकॉर्ड मांगा गया। 10 साल के कारतूस के खाली खोके भी मांगे गए हैं। बुधवार को सरकारी छुट्टी होने से वैरिफिकेशन नहीं किया जाएगा।

शूटर्स से ये जानकारी मांगी
- शस्त्र लायसेंस के साथ मंजूर शस्त्र लायसेंस पर स्वीकृत व दर्ज कुल शस्त्रों की संख्या कितनी है।
- शस्त्र लायसेंसी द्वारा पिछले 10 वर्ष अथवा शस्त्र लायसेंस स्वीकृति वर्ष से किस-किस शूटिंग रेंज में कितने दिन प्रैक्टिस की।
- शूटिंग रैंज में शूटिंग प्रैक्टिस के दौरान अभी तक कुल कितने कारतूस का उपयोग किया गया।
- पिछले 10 साल अथवा शस्त्र लायसेंस स्वीकृति वर्ष से कुल कितने कारतूस, किनके माध्यम से इंपोर्ट कर नेशनल रायफल एसोसिएशन आफ इंडिया या वैध शस्त्र डीलर से किस दिनांक को खरीदे गए।
- अब तक कुल कितने कारतूसों का उपभोग किया गया।
- नेशनल रायफल एसोसिएशन आफ इंडिया एवं वैध शस्त्र डीलर से कब-कब कारतूस उपभोग के बाद खाली खोके जमा करने के विवरण के लिए शस्त्र लायसेंसी को आहूत किया गया था।
- शस्त्र लायसेंसी पिछले 10 वर्ष अथवा शस्त्र लायसेंस स्वीकृति वर्ष से नेशनल रायफल एसोसिएशन आफ इंडिया नई दिल्ली एवं मप्र स्टेट रायफल एसोसिएशन मप्र द्वारा कब-कब हुई शूटिंग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।
दो दिन में ये जानकारी सामने आई
- दो दिन हुए वैरिफिकेशन में कई जानकारी सामने आई है। जैसे- कई शूटर्स का मूल लायसेंस सेल्फ डिफेंस के लिए है। सेल्फ डिफेंस होकर उनके पास एक या फिर दो शस्त्र है और बाद में उनके द्वारा स्पोटर्स कैटेगिरी में भी उसी लायसेंस में खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 4 शस्त्र ले लिए गए हैं। इसके साथ जो एम्युनेशन का कोटा स्पोर्टस कैटेगिरी में है, उसका प्रयोग सेल्फ डिफेंस के लिए किया जा रहा है।
- कई ऐसे शूटर्स हैं, जिन्होंने लंबे समय से खेल प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया है। फिर भी स्पोर्ट्स कैटेगिरी के अंदर शस्त्र एवं एम्युनेशन को अपने पास रखे हुए हैं।
- कई ऐसे शूटर्स भी हैं, जिन्होंने खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है और आज तक अपने लायसेंस पर किसी प्रकार के कारतूस को खरीदना नहीं दर्शाया है, जबकि जब प्रतियोगिता में हिस्सा लिया गया होगा तो एम्युनेशन का प्रयोग भी किया गया होगा। जिसका उल्लेख नहीं किया गया है।
परवलिया पुलिस की जांच जारी इसके अलावा 19 अगस्त-25 को भोपाल में थाना परवलिया अंतर्गत रसूलिया पठार में एक अवैध शूटिंग रेंज में फायरिंग कराए जाने को लेकर एसपी देहात को उक्त संबंध में प्रकरण कायमी के लिए लेख किया गया था। जिस पर से थाना परवलिया अंतर्गत वैधानिक कार्रवाई शारीक बुखारी के विरुद्ध की गई है। इसके साथ शस्त्र डीलरर्स में शाह आर्मरी की शस्त्र दुकान पर पाई गई अनिमितताओं को लेकर के आर्म्स डीलर लायसेंस निरस्त करने के लिए शासन को लिखा गया है।