बैरसिया की 30 आंगनवाड़ी के बच्चे दूसरी जगह शिफ्ट
मध्यप्रदेश के सागर में दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत के बाद भोपाल जिला प्रशासन भी हरकत में आया। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देश के बाद मंगलवार को सभी एसडीएम फिल्ड में उतरे और ऐसे भवनों का पता लगाया, जो जर्जर है।
बैरसिया में 30 आंगनवाड़ी भवन ऐसे निकले, जो जर्जर है या फिर उनमें बारिश का पानी टपक रहा है। एसडीएम दीपक पांडे ने बताया कि इन आंगनवाड़ी के बच्चों को पंचायत या स्कूलों में शिफ्ट किया गया है। भवन की मरम्मत के बाद बच्चें पुन: यहां आ सकेंगे।
जर्जर भवनों को लेकर सोमवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने अफसरों की मीटिंग की थी।
बिशनखेड़ी में स्कूल का फर्श खराब निकला
टीटी नगर एसडीएम अर्चन शर्मा ने बताया, बिशनखेड़ी में एक सरकारी स्कूल के भवन की फर्श खराब था। इस्टीमेंट बनवाकर इंजीनियर इसकी मरम्मत के लिए कहा है। वह बुधवार को जाकर फर्श ठीक करा देंगे। उन्होंने बताया, उनके क्षेत्र में आंगनवाड़ी और स्कूल जर्जर अवस्था में नहीं है। कोलार एसडीएम रविशंकर राय ने बताया कि जर्जर भवनों का पता लगाने के लिए टीम बनाई गई है। जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगी।
कलेक्टर ने एक-एक भवन का पता लगाने को कहा
इससे पहले सोमवार को कलेक्टर सिंह ने अफसरों को जर्जर स्कूलों का पता लगाने को कहा था। कलेक्टर सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, आरईएस के अफसर-इंजीनियर एक-एक स्कूल की जांच करें। यदि बिल्डिंग जर्जर है तो बच्चों को शिफ्ट करके उसकी मरम्मत कराई जाए। मंगलवार को अफसरों को अलग-अलग जिम्मेदारी भी सौंपी गई। बता दें कि सागर के शाहपुर में रविवार को दीवार गिरने से बच्चों की मौत हुई थी। सोमवार को मंत्री विश्वास सारंग ने भी नरेला विधानसभा क्षेत्र के स्कूलों में पहुंचकर निरीक्षण किया। वहीं, कलेक्टर सिंह ने कलेक्टोरेट में मीटिंग की।