मिड-डे मील खाने के बाद 7 बच्चों को उल्टी-दस्त
भोपाल के बैरसिया में मिड-डे मील खाने के बाद 7 बच्चे बीमार हो गए। सभी की उम्र 3 से 5 साल के बीच है। बुधवार दोपहर 6 बच्चों को बैरसिया और 1 को हमीदिया में भर्ती कराया गया है। मामला इजगिरी गांव का है। गांव की आंगनवाड़ी में मिड-डे मील खाने वाले कुल 64 बच्चों की जांच कराई गई है।
बीमार बच्चों ने मिड-डे मिल में दाल-रोटी और लप्सी खाई थी। वहीं, पास की माध्यमिक शाला के बच्चों ने दाल-रोटी खाई थी। खाना खाने के कुछ देर बाद ही आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। बैरसिया एसडीएम आशुतोष शर्मा मौके पर पहुंचे और बच्चों की जांच करवाई। 7 बच्चों की हालत ठीक नहीं थी। इन्हें बैरसिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। यहां से एक बच्चे को हमीदिया लाया गया।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य शिविर लगाकर सभी बच्चों की जांच कराई गई है। सभी बच्चों की हालत ठीक है। एहतियातन उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। तहसीलदार करुणा दंडोतिया ने बताया कि सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ होगी।
इन बच्चों की तबीयत बिगड़ी
- कीर्तिका (4) पिता शिवनारायण
- नायरा (3) पिता उधम सिंह
- वैशाली (4) पिता भैयालाल
- विराट (5) पिता रमेश,
- परी (5) पिता धर्मेंद्र
- प्रिंस (4) पिता धर्मेंद्र
- ऋषभ (4) पिता विनोद
इनमें से प्रिंस को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
स्कूल में लगाया गया हेल्थ कैम्प
इजगिरी गांव की आंगनवाड़ी में बालाजी स्व सहायता समूह के पास मिड-डे मिल की जिम्मेदारी है। बुधवार दोपहर 3.30 बजे बच्चों को उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी। इसी समूह ने शासकीय माध्यमिक शाला इजगिरी में भी मिड-डे मील दिया था। इसलिए बैरसिया के डॉक्टरों का एक शिविर स्कूल परिसर में लगाया गया। हालांकि, यहां के किसी भी बच्चे को किसी तरह की परेशानी की बात सामने नहीं आई। कांग्रेस नेता अविनाश भार्गव ने कहा कि मामले की जांच की जाए। अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।
फूड सेफ्टी की टीम जांच में जुटी बच्चों की स्वास्थ्य जांच के बाद प्रशासन ने आंगनवाड़ी में वितरित पौष्टिक आहार का टिफन बैरसिया पहुंचा दिया। फूड सेफ्टी अमले से चर्चा कर टिफन की जांच की जा रही है।