शब-ए-बारात 25 को, मस्जिदों में होंगी सामूहिक दुआएं
राजधानी में पवित्र इस्लामी पर्व शब-ए-बारात अकीदत के साथ 25 फरवरी को मनाया जाएगा। इस दिन सभी मस्जिदों, खानकाहो आदि में बंदे इबादत करेंगे। बंदे रोजा भी रखेंगे। अपने-अपने पूर्वजों की कब्रों में फातिहा पढ़ने कब्रिस्तानी और दरगाहों में जाएंगे। मस्जिदों में त्योहार के महत्व पर उलेमाओं की मजहबी तकरीरें भी होगी। बंदे विश्व शांति के साथ देश की खुशहाली,तरक्की के लिए दुआएं मांगेंगे।
ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी अध्यक्ष औसाफ शहमोरी खुर्रम ने बताया कि शब-ए-बारात पर्व पर पुराने शहर में रतजगा होगी। बंदे रिवायत के मुताबिक दरगाहों, क ब्रिस्तानों में जाकर अपने पूर्वजों एवं परिजनों की कब्रों पर दरूद फातिहा पढ़ेंगे। वहां से लौटकर अपने-अपने मोहल्लों की मस्जिदों में विशेष नमाज और कुरान पाक पढ़ेंगे। महिलाएं घरों में रहकर दरूद पाक, कुरान पाक की तिलावत कर इबादत करेंगी। यह सिलसिला अलसुबह तक जारी रहेगा। अनेक बंदे रोजा रखेंगे।
डॉ. खुर्रम ने बताया कि इस्लामी मत के अनुसार शब-ए-बारात फैसलों की रात मानी जाती है। इस रात में अल्लाह पाक हर बंदे की दुआ को कुबूल फरमाता है। उसके गुनाहों को माफ कर देता है। जो व्यक्ति भी अल्लाह से जो कुछ भी मांगता है, उसे इस रात में मिल ही जाता है।