सागर विधायक से CM बोले- लालच मत करो, बहुत हुआ…
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सागर में मंच से घोषणाएं कर रहे थे, तभी विधायक शैलेंद्र जैन उनके पास मांगों के लिस्ट लेकर पहुंच गए। CM उनसे बोले, ‘लालच मत करो, बहुत हो गया। अब मुझे कुछ नहीं दिख रहा, कुछ नहीं सुन रहा। एक अंगुली पकड़ी, दो पकड़ी, तीन पकड़ी, पूरी ही पकड़ रहे हो। जरा ठहरो तो सही, जल्दी क्यों कर रहे, आखिरी बार थोड़ी आया, बार – बार आता रहूंगा।’
पीटीसी ग्राउंड पर सभा के दौरान मुख्यमंत्री ने सागर जिले के लिए 6 घोषणाएं कीं। ये मांगें स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने ही उनके सामने रखी थीं। CM ने कहा, ‘हरिसिंह गौर जी को आज नहीं तो कल भारत रत्न मिलना चाहिए।’
सागर जिले के लिए मुख्यमंत्री की घोषणाएं
- सागर में आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा। इसका नाम आचार्य विद्यासागर महाराज होगा।
- राज्य स्तर पर हवाई यातायात शुरू करेंगे। 12 सीटर प्लेन लाए जाएंगे। सागर को भी जोड़ा जाएगा।
- बड़तूमा में रविदास महाराज के स्थान पर सड़क बनाई जाएगी। इसे रविदास लोक करेंगे।
- मकरोनिया महाविद्यालय में पीजी क्लास इसी सत्र से शुरू की जाएगी।
- बंडा महाविद्यालय भी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के रूप में जाना जाएगा।
- केसरी महाविद्यालय में साइंस का कोर्स खोला जाएगा।
बच्चे की किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सरकार देगी मदद
मंच पर मुख्यमंत्री के सामने बच्चे मोहित राजपूत की किडनी ट्रांसप्लांट का मामला रखा गया। उन्हें बताया गया कि 11 लाख रुपए खर्च आएगा। 5 से 6 लाख रुपए का इंतजाम लोगों ने किया है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बाकी पैसे सरकार देगी।
रानी अवंती बाई लोधी राजकीय विश्वविद्यालय का भूमिपूजन
इससे पहले मुख्यमंत्री ने रानी अवंती बाई लोधी राजकीय विश्वविद्यालय का भूमिपूजन किया। सभा में इसका जिक्र कर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमने 100 दिन से भी कम समय में विश्विद्यालय दिया। इसी सत्र से विश्विद्यालय कामकाज करना शुरू करेगा। यहां के बच्चे जो कोर्स चाहेंगे, वो सारे के सारे खोले जाएंगे।’
CM ने मकरोनिया नगर पालिका क्षेत्र स्थित बड़तूमा में बन रहे संत रविदास मंदिर और संग्रहालय के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। डॉ. यादव का मुख्यमंत्री बनने के बाद यह दूसरा सागर दौरा है। पहली बार जब वे 20 जनवरी काे आए थे, तब राजकीय विश्वविद्यालय की घोषणा कर गए थे।
सागर के आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज को बनाया गया विश्वविद्यालय
उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के तीन शहरों में राजकीय विश्वविद्यालय की स्थापना की सैद्धांतिक स्वीकृति दी है। इसके आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। इनमें पंडित दीनदयाल उपाध्याय आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज सागर को रानी अवंती बाई विश्वविद्यालय सागर किया गया है। आदेश में यह भी कहा गया है कि लीडिंग कॉलेज विश्वविद्यालय की संगठक इकाई होगी, यानी महाविद्यालय का अस्तित्व बना रहेगा।
उच्च शिक्षा विभाग ने जारी आदेश में कहा है कि इन विश्वविद्यालयों में शिक्षा सत्र 2024-25 से शुरू होगा। यहां प्रवेश आगामी सत्र से ही शुरू हो जाएगा। विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन अलग से जारी किया जाएगा। अपग्रेड के फलस्वरूप शासकीय महाविद्यालयों की सभी संपत्ति, रिकॉर्ड, देनदारी और महाविद्यालय में सत्र 2024-25 से प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स विश्वविद्यालय के माने जाएंगे। विश्वविद्यालय में पदों की स्वीकृति और अन्य फाइनेंशियल इनवाल्मेंट वाले विषयों के लिए अलग से आदेश जारी किया जाएगा।
राजकीय विवि की कुलसचिव बनाई गईं प्रो. शक्ति जैन
सागर में राजकीय विवि की सैद्धांतिक स्वीकृति जारी होते ही उच्च शिक्षा विभाग ने गर्ल्स कॉलेज सागर की अर्थशास्त्र की प्रोफेसर शक्ति जैन को कुलसचिव बनाया है। उन्हें अपने वर्तमान कर्तव्यों के साथ रानी अवंती बाई लोधी विश्वविद्यालय सागर के कुलसचिव का अतिरिक्त कार्यभार आगामी आदेश तक सौंपा गया है।