भोपाल मेट्रो के 2 स्टील ब्रिज, एक का स्ट्रक्चर पूरा
भोपाल में मेट्रो के लिए 103 मीटर के दो स्टील ब्रिज बनाए जा रहे हैं। इनमें से एक का स्ट्रक्चर 70% तक पूरा हो गया है। दूसरा ब्रिज रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के ऊपर से गुजरेगा। इसके लिए मेट्रो कॉर्पोरेशन ने ब्लॉक के लिए रेलवे को लेटर लिखा है। जुलाई में ब्लॉक मिल सकता है। इसके बाद दोनों ब्रिज पिलर के ऊपर रख दिए जाएंगे।
मेट्रो अफसरों का कहना है कि उनकी पूरी तैयारी है। जैसे ही ब्लॉक मिलेगा, काम शुरू कर देंगे। ब्रिज राजस्थान के अलवर में बने हैं। ये दिल्ली मेट्रो जैसे ही डिजाइन किए गए हैं।
मार्च में काम की शुरुआत हुई
बता दें कि जनवरी-फरवरी में ब्रिज के पार्ट्स अलवर से भोपाल आ गए थे। जिन्हें मार्च में असेंबल करना शुरू किया गया। मार्च में काम की शुरुआत की गई। साढ़े 3 महीने से रास्ता भी डायवर्ट किया गया है। दूसरी ओर, डीआरएम ऑफिस तिराहे की सड़क के ऊपर ब्रिज के पॉर्ट्स असेंबल किए जा रहे हैं।
डीआरएम तिराहे पर स्ट्रील ब्रिज का स्ट्रक्चर पूरा हो गया है।
इतने लंबे-चौड़े स्टील ब्रिज…
ब्रिज-1 : रेलवे ट्रैक पर 65 मीटर लंबा ब्रिज
आरकेएमपी से डीआरएम ऑफिस के बीच रेलवे लाइन है, इसलिए 65 मीटर लंबा स्टील ब्रिज असेंबल हो रहा है। दोनों ओर पिलर खड़े हो चुके हैं। रेलवे के ब्लॉक के बाद इन्हें ब्रिज को रखा जाएगा। ब्रिज की चौड़ाई 15 मीटर है, जबकि ऊंचाई 14 मीटर रहेगी। ताकि, नीचे ट्रेनें आसानी से गुजर सके।
ब्रिज-2 : डीआरएम चौराहा
रेलवे क्रॉसिंग के बाद दूसरा ब्रिज डीआरएम ऑफिस चौराहे पर बन रहा है। इसकी लंबाई 48 मीटर और चौड़ाई 8 मीटर रहेगी। यह भी 14 मीटर ऊंचा रहेगा। ब्रिज बनने के बाद नीचे गाड़ियां निकलेगी तो ऊपर मेट्रो गुजरेगी। इस ब्रिज का स्ट्रक्चर बनकर कम्पलीट हो चुका है।
रेलवे तय करेगा ब्लॉक का शेड्यूल
मेट्रो कॉर्पोरेशन के अफसरों का कहना है कि पिलर तैयार हो चुके हैं। इनके ऊपर ही स्टील ब्रिज को रखा जाएगा। इसमें 3 से 4 घंटे लेंगे। ऐसे में ट्रैक से ट्रेनें नहीं गुजर सकेगी। इसलिए रेलवे ब्लॉक का शेड्यूल तय करेगा। ऐसे में कई ट्रेनें प्रभावित होंगी। लेटर लिखने के बाद शेड्यूल तय होने का इंतजार कर रहे हैं। उधर, रेलवे ने भी ब्लॉक के लिए वरिष्ठ कार्यालय को पत्र लिखा है।