यमुना इंफ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड ने बैंक का 65 करोड़ लोन दबाया
मालिया और मेहुल चौकसे के नक्शे कदम पर चलने की फिराक में है यमुना इंफ्राडेवलपर्स के मालिक।
सरकार नहीं करती कोई कठोर कार्रवाई, डूब जाता है जनता की खून पसीने की कमाई का पैसा फिर बढ़ती है महंगाई।
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यमुना इंफ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पंजाब नेशनल बैंक का बकाया लोन 65 करोड़ खा लिया गया है। कर्ज के दलदल में दबे यमुना इंफ्रा डेवलपर्स के मलिक के लिए यह कोई नई बात नहीं है। आपको बता दें कि यमुना इंफ्रा डेवलपर्स एक गैर सरकारी कंपनी है। 2 अप्रैल 2012 को इस कंपनी की नींव रखी गई और इसका कार्यालय दिल्ली में स्थापित किया गया। सूत्रों के मुताबिक बैंक से लोन लेकर खुद के खर्च चलाने वाले यमुना इंफ्रा डेवलपर्स के मालिक पंजाब नेशनल बैंक का पेसट् करोड़ लोन डकार कर भागने की फिराक में है।
कंपनी के मालिक इंद्रपाल और राजेंद्र ने पी एन बी को कैसे लगाया चूना
यमुना इंफ्रा डेवलपर्स के मालिक इंद्रपाल सिंह और राजेंद्र सिंह ने अपने रियल एस्टेट बिजनेस के लिए पंजाब नेशनल बैंक करोड़ों का लोन लिया था। लेकिन लोन चुकाने के बजाय दोनों भाइयों ने बैंक का पैसा खाने नियत बना ली। आपको बता दें कि यमुना इंफ्रा डेवलपर की 200 करोड़ से अधिक की संपत्ति सीज है इसके साथ ही यमुना इंफ्रा डेवलपर्स से बैंक क्यों रिकवरी नहीं कर पा रही है सोचने वाली बात है। नहीं यमुना इंफ्रा डेवलपर्स नए लोन की तैयारी मे है, जबकि करोड़ों का पिछला बकाया बाकी है। सूत्रों के मुताबिक दोनों की कोशिश करोड़ों रुपए का बड़ा गबन करने की है।
सरकार क्यों नहीं करती इन जैसे फ्रॉड़ों पर कार्रवाई
राजेंद्र और इंद्रपाल जैसे 420 कारोबारी पर आखिर सरकार क्यों नकेल नहीं कस पा रही है। इन जैसे कारोबारी के कारण ही देश आर्थिक भार से जूझ रहा है। जिसका खामियाजा मध्यम वर्ग के लोगों पर सीधा पड़ता है। सरकार अपने इन कारोबारियों दोस्त पर कब तक प्यार लुटाएगी यह देखना होगा। या फिर इनका भी सरकार द्वारा लोन माफ कर दिया जाएगा। आम आदमी इन जैसे फ्रॉड़ों की वजह से पिस्ता रहता है।
इंद्रपाल और राजेंद्र सिंह की इन कंपनियों पर भी है लोन
- लेखराज एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट
- एवीजे इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड