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भोपाल का परिवार अमरगढ़ वाटर फॉल में फंसा

भोपाल का एक परिवार सीहोर जिले के अमरगढ़ वाटर फॉल में फंस गया है। परिवार के 5 सदस्य रविवार को पिकनिक मनाने यहां पहुंचे थे। शाम को घर लौटते समय अचानक नदी में पानी बढ़ जाने से वहीं फंस गए।

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सूचना मिलने पर एडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम रेस्क्यू करने में जुटी है। एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया है।

भोपाल के एयरपोर्ट रोड के पास रहने वाले अशोक माहेश्वरी परिवार के साथ अमरगढ़ झरने पर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि वे पिछले 3 से 4 घंटे से वहां फंसे हैं।​​​​

​रेंजर महिपाल सिंह ने बताया- भोपाल का एक युवक अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने गया था। उनके साथ पत्नी, माता-पिता, और भाई साथ हैं। जहां ये लोग फंसे हैं, वह टापू है। दोनों तरफ पानी है। सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई है। जैसे ही पानी कम होता है, रेस्क्यू कर लिया जाएगा।

अमरगढ़ वाटर फॉल में भोपाल का परिवार फंसा हुआ है।

अमरगढ़ वाटर फॉल में भोपाल का परिवार फंसा हुआ है।

युवक बोला- मोबाइल की बैटरी जवाब दे रही

वाटरफॉल में फंसे युवक अशोक माहेश्वरी ने बताया कि एनडीआरएफ टीम के संपर्क में है। लेकिन, मोबाइल की बैटरी खत्म हो रही है। मोबाइल डिस्चार्ज हो गया तो मुश्किलें बढ़ जाएंगी। अभी हम सभी सुरक्षित हैं।

थाना प्रभारी ने कहा- रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

सीहोर जिले के शाहगंज थाना प्रभारी पंकज वाडेकर ने बताया- पुलिस और एसडीआरएफ की टीम अमरगढ़ वाटर फॉल के पास फंसे हुए पांच लोगों को निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रही है।

पिछले साल डूबे थे दो युवक

पिछले साल 15 जुलाई को अमरगढ़ वाटर फॉल में भोपाल का एक युवक डूब गया था। भोपाल से आकाश जायसवाल, अंकित जायसवाल, हर्ष राय, आदित्य भदौरिया, सीमा सुमन, डोमनिक टोपो कार से पिकनिक मनाने के लिए अमरगढ़ झरने पर गए थे। तभी नहाते वक्त भोपाल की मिनाल रेसीडेंसी निवासी आकाश (28) झरने के तेज बहाव में आ गया और डूब गया था। अगले दिन उसकी लाश मिली थी।

पिछले साल ही (मालाखेड़ी) नर्मदापुरम निवासी शिवकांत पिता बलराम यादव (29) अपने दोस्तों के साथ शाहगंज के करीब जंगल में अमरगढ़ वाटर फॉल पर पिकनिक मनाने गया था, तभी झरने के करीब पत्थर पर पांव फिसलने से वह झरने में डूब गया। जब वह काफी देर तक झरने से बाहर नहीं निकला तो साथियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर गोताखोरों की मदद से युवक की तलाश की। तीसरे दिन उसका शव मिला

भोपाल से 65 किलोमीटर दूर है झरना

अमरगढ़ का झरना भोपाल से करीब 65 किलोमीटर दूर है। शाहगंज के पास गांव से झरने तक करीब 6 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। इसके बाद ही लोग वहां तक पहुंचते हैं। बारिश के दिनों में डेढ़ सौ फीट ऊंचाई से पानी गिरता है। इसलिए लोग यहां जाने के लिए आकर्षित होते हैं। हालांकि, हर साल हादसे का शिकार भी होते हैं। पिछले कुछ सालों में डूबने से कई लोगों की मौत भी हो चुकी हैं। हर साल लोगों को रेस्क्यू करने की नौबत बनती है।

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