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कोहेफिजा में पशु सेविका कुत्तों को बना रही है खूंखार, प्रशासन नहीं करता कार्रवाई

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रिपोर्टर, वजाहत खान। राजधानी भोपाल के पोर्श इलाकों में शुमार कोहेफिजा में इन दिनों पशु सेविका ने रेवासियों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। जानकारी के मुताबिक पशु सेविका द्वारा रोजाना आवारा कुत्तों के मुंह पर खून लगाने के लिए मांस मछली अंडे जमकर परोसे जा रहे हैं। जबकि कोहेफिजा इलाके में पूर्व में डॉग बाइट के कई मामले सामने आ चुके हैं। परंतु उसके बाद भी गहरी नींद में सोया प्रशासन और कुछ नासमझ पशु सेवकों की वजह से लोगों की जान पर आए दिन जोखिम बना रहता है। पशु सेवा के नाम पर महिला द्वारा आवारा कुत्तों को और भी ज्यादा खूंखार, खतरनाक, इंसानों के लिए घातक बनाने के संपूर्ण प्रयास किया जा रहे है। आपको बता दे कि कोहेफिजा इलाके में कई किंडरगार्डन से लेकर नर्सरी एवं हायर सेकेंडरी स्कूल मौजूद है। उसके बाद भी मदहोशी की नींद लेकर मलाई खाने वाले भोपाल नगर निगम के अधिकारियों को कोहेफिजा इलाके में कुत्तों को पकड़ने की फुर्सत नहीं मिल रही है। ना ही भोपाल प्रशासन द्वारा पशु सेवा के नाम पर इंसानों को कटवाने का शौक रखने वालों के ऊपर कोई कार्रवाई की जा रही है।

खराब सड़कों से लेकर आवारा कुत्तों तक कई समस्याओं से जूझ रहे कोहेफिजा वासी

पोर्श इलाकों में आने वाले कोहेफिजा का हाल काफी खस्ता है। यह हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कोहेफिजा रहवासियों खराब सड़कों से तो परेशान थे ही परंतु कुछ समय से कुत्तों को खूंखार करवाने वाले पशु सेवकों से भी परेशान है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में यह साफ दिखाई दे रहा है कि महिला द्वारा आवारा कुत्तों को गोश्त और हड्डी फेंकी जा रही है। गौरतलब है कि कुत्तों को परोस से जाने वाला मांस और उसकी गंदगी कोहेफिजा इलाके में फैल जाती है। जो बाद में कई बीमारियों कारण बनती है। गौरतलब है कि कोहेफिजा इलाके में आवारा कुत्तों का आतंक कोई नया नहीं है। परंतु इसके बाद भी प्रशासन कार्रवाई करने में काफी सुस्त पड़ता दिखाई दे रहा है। पशु की सेवा के नाम पर लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाली पशु सेविका महिला को यह नहीं पता कि एक पशु को भोजन बनाकर दूसरे पशु को खिलाना सेवा नही होती।

नगर निगम पकड़ता है, पशु सेवक छुड़वाते हैं

राजधानी भोपाल झीलों का शहर कहां जाता है लेकिन कुछ नासमझ पशु सेवकों के कारण लगता है जल्द ही आवारा कुत्तों को संरक्षण देने वाले शहर के नाम से भी जाने लगेगा। भोपाल नगर निगम कुत्ते पकड़ने का अमला जब जब कोहेफिजा इलाके में आया है, तब आवारा कुत्तों की हिमायती बन उन्हें छुड़ाने एक्टिवा पर सवार होकर पशु सेविकाएं पहुंच जाती हैं। जिसके बाद नगर निगम को कुत्तों को छोड़ना पड़ता है। भोपाल नगर निगम द्वारा अगर ऐसा ही आवारा कुत्तों को छोड़ा गया तो वह दिन दूर नहीं कोहेफिजा इलाके में इंसानों से ज्यादा आवारा कुत्ते हो जाएंगे।

पशु (कुत्ते) प्रेमियों- सेवाको के लिए सलाह

यदि पशु सेविकाओं को पशु सेवा करना ही है। तो उन्हें बाहर क्यों छोड़ना सेवा तो वह है, जो बेसहारा और बेजुबान कुत्तों को अपने घर में पर रखकर की जाए। जिससे इंसानों को आवारा कुत्तों का भोजन न बनना पड़े और पशु सेविका की पशु सेवा भी हो जाए। इस दुनिया में मनुष्य के लिए शहर और जानवरों के रहने के लिए जंगल बनाए गए हैं। अब देखना होगा पशु सेविका जंगल के जानवरों को कब अपनी सेवा देंगी।

https://www.highratecpm.com/npsxwf16?key=565d06ab35720384afe881c0e7364770