बाबू के लॉकर से मिली 42 लाख से ज्यादा नकदी
रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार भोपाल डेवलपमेंट अथॉरिटी (BDA) के बाबू तारकचंद दास के बैंक लॉकर से 42 लाख रुपए से ज्यादा की नकदी बरामद हुई है। लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार को भोपाल के मालवीय नगर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच में आरोपी का लॉकर खोला, जो आरोपी की पत्नी मंदिरा के नाम पर है।
लॉकर से एक प्रतिष्ठित ब्रांड के हीरे के जेवरात और उसके बिल समेत अन्य दस्तावेज मिले हैं। डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने लॉकर खोले जाने की जानकारी दी है। इससे पहले पुलिस उसकी 80 से अधिक चल-अचल संपत्तियों का ब्यौरा तैयार कर चुकी है।
लॉकर में ये सब मिला
हीरे की ज्वेलरी और उसका बिल
42 लाख रुपए से ज्यादा की नकदी
करीब 500 ग्राम सोने के जेवरात
- हीरे की ज्वेलरी और उसका बिल
डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने बताया –
गुरुवार शाम को लॉकर की सर्चिंग शुरू की गई थी। बरामद माल की कुल कीमत का आकलन किया जा रहा है।
गिरफ्तारी के करीब 40 दिन बाद खोला लॉकर लोकायुक्त पुलिस ने 23 अगस्त को बीडीए के बाबू तारकचंद दास को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते ट्रैप किया था। इस कार्रवाई के करीब 40 दिन बाद आरोपी के पत्नी के नाम का बैंक लॉकर खोला गया।
आरोपी सहायक ग्रेड-1 तारकचंद दास ने रत्नागिरी प्रोजेक्ट में रहने वाले एक व्यक्ति से लीज रिन्यू करने के नाम पर रिश्वत मांगी थी। वह 3 लाख 35 हजार रुपए मांग रहा था। पहली किस्त के रूप में उसने 40 हजार रुपए लिए थे। उसी दौरान लोकायुक्त पुलिस ने उसे पकड़ लिया। ट्रैप की कार्रवाई के बाद आरोपी बाबू को नियम अनुसार नोटिस देकर छोड़ दिया गया था। उन पर निलंबन की कार्रवाई की गई थी।
टेबल की दराज में रिश्वत रखते ही गिरफ्तार
बाबू तारकचंद ने स्टाफ के सामने ही रिश्वत की रकम टेबल की दराज में रखवा दी थी। इसी दौरान लोकायुक्त पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। तारकचंद ने दफ्तर के सामने ही पत्नी मंदिरा दास के नाम से दुकान ले रखी है। रजिस्ट्री के सर्विस प्रोवाइडर का लाइसेंस भी है। BDA से प्रॉपर्टी खरीदने वालों पर दास का दबाव रहता है कि रजिस्ट्री यहीं से कराएं।
फरियादी ने तत्कालीन एसपी लोकायुक्त मनु व्यास के कार्यालय में शिकायत की थी। इस पर कार्रवाई करते हुए निरीक्षक नीलम पटवा की अगुवाई में टीम ने बीडीए के बाबू तारकचंद दास (58) को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। तारकचंद पंचशील नगर में मकान नंबर 10 में रहता है।
6 महीने से परेशान कर रहा था आरोपी बाबू
शिकायतकर्ता अपने मकान के लीज नवीनीकरण के लिए पिछले 6 महीने से तारकचंद दास के चक्कर काट-काटकर परेशान था। आरोपी बिना रिश्वत लिए काम करने को राजी नहीं था। इससे तंग आकर उसने रिश्वत की रकम तय की और लोकायुक्त में शिकायत कर दी।