मप्र समेत कई राज्यों में ड्रग्स की सप्लाई
भोपाल में 1814 करोड़ रुपए की एमडी ड्रग्स मिलने के बाद सभी एजेंसियां अलर्ट पर हैं। इसी बीच, भोपाल पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि फैक्ट्री में बनने वाला ड्रग्स मंदसौर के रास्ते दूसरे राज्यों में भेजा जा रहा था। मंदसौर का हरीश आंजना अहम कड़ी था। वह राजनीतिक रसूख वाला था और भाजपा और कांग्रेस दोनों से उसके संबंध थे। एटीएस की पूछताछ में हरीश ने खुलासा किया है कि ड्रग्स बनाने के उपकरण महाराष्ट्र से लाते थे और केमिकल गुजरात के वलसाड से लाए।
ड्रग्स सप्लायर के तौर पर प्रेमसुख पाटीदार का नाम सामने आया है। वह भी मंदसौर का रहने वाला है। प्रेमसुख ही हरीश को मादक पदार्थ उपलब्ध कराता था। प्रेमसुख कांग्रेस नेता का साला बताया गया है। हरीश भाजयुमो में मंडल स्तर का पदाधिकारी रह चुका है। बड़ी मात्रा में ड्रग्स पकड़े जाने के बाद भोपाल के साथ इंदौर में संचालित फैक्ट्री की जांच जिला प्रशासन करेगा। इंदौर में बुधवार तक टीम बना दी जाएंगी।
राजनीतिक रसूख से खड़ी हुई नशे की इंडस्ट्री
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पार्टियों से संबंध… भाजयुमो का मंडल पदाधिकारी रहा। 4 केस दर्ज हुए तो भाजपा ने निकाल दिया। जगदीश देवड़ा डिप्टी सीएम बने तो गुलदस्ता देने भोपाल आया। कांग्रेस नेताओं के भी संपर्क में था।
फैक्ट्री का बंदोबस्त किया भोपाल से है। रिटायर्ड एसआई का बेटा है। पेशे से केमिकल सप्लायर। सान्याल से मुंबई में मिला। कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। बंद फैक्ट्री किराए पर इसी ने दिलवाई।
कांग्रेस नेता का साला… हरीश के कनेक्शन में था। ड्रग्स बनाने का सामान इसके जरिए भोपाल पहुंचाया गया। कांग्रेस नेता राकेश पाटीदार का साला बताया जा रहा है। पुलिस पूरा रिकॉर्ड खंगाल रही है।
ड्रग्स की पूरी खबर थी आरोपियों को फैक्ट्री किराए पर दी। यह जमीन एमपीआईडीसी ने जयदीप सिंह के नाम से अलॉट की थी। जयदीप ने इसे एसके सिंह को बेचा था।