अतिक्रमण न हटाने के लिए आरआइ और बाबू ने मांगे 50 हजार, उमरिया कलेक्टर ने दोनों को किया निलंबित
शासकीय भूमि पर किए गए अतिक्रमण को ना हटाने के लिए आरआइ और तहसील कार्यालय बिलासपुर के एक बाबू द्वारा 50 हजार रुपये मांगने की शिकायत कलेक्टर से की गई है। इस शिकायत के बाद कलेक्टर ने आरआइ और बाबू को निलंबित कर दिया है। इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक आरआइ बैसाखू राम प्रजापति तहसील कार्यालय बांधवगढ़ में पदस्थ है जिन्होंने पुष्कल मिश्रा 42 वर्ष निवासी सुभाषगंज से अतिक्रमण नहीं हटाने के लिए 50 हजार रुपये की मांग की थी। इस संबंध में पुष्कल मिश्रा ने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव से शिकायत की है।
यह लगाए हैं आरोप : कलेक्टर से की गई शिकायत में पुष्कल मिश्रा ने आरोप लगाया है कि वह अपने पिता को आवंटित कालोनी के मकान में निवास करते हैं और सामने की खाली जगह पर उन्होंने 15-16 साल पहले एक दुकान का निर्माण कर लिया था। शासकीय भूमि पर दुकान निर्माण करने के बाद धारण अधिकार के तहत आवेदन भी लगा दिया लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस दुकान को तोड़ने को लेकर राजस्व विभाग द्वारा कई बार उन्हें चेतावनी दी गई और इसके बदले पैसे की मांग की गई।
आफिस मिलाकर मांगे पैसे : पुष्कल मिश्रा ने कलेक्टर को बताया कि उन्हें तहसील कार्यालय में बुलाकर सहायक वर्ग-3 शेख इरशाद मंसूरी के द्वारा पैसों की मांग की गई थी। उनसे 50 हजार रुपये मांगे गए थे जो देने में वह असमर्थ थे। बाद में यह रकम 40 हजार कर दी गई। 20 हजार रुपये तहसीलदार के लिए और 20 हजार रुपये आरआइ ने अपने लिए मांगे थे। शिकायत होने के बाद कलेक्टर ने शिकायतकर्ता का बयान दर्ज किया और आरआइ बैसाखू प्रजापति तथा सहायक वर्ग-3 शेख इरशाद मंसूरी को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई कलेक्टर ने सोमवार को की है।
तोड़ दी गई दीवार : बताया गया है कि 22 जनवरी को अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने के दौरान पुष्कल मिश्रा की दीवा तोड़ दी गई थी। जिसके बाद उन्होंने इस संबंध में शिकायत की थी। शिकायत को सही पाने के बाद कलेक्टर ने यह कार्रवाई की है।