भोपाल में पांच महीने बाद म्यूकरमाइकोसिस से महिला की मौत
हमीदिया अस्पताल में म्यूकरमाइकोसिस (फंगस) से 45 साल की एक महिला की मौत हो गई है। वह विदिशा की रहने वाली थी। अगस्त के बाद पहली बार फंगस से किसी मरीज की मौत हुई है। उसे गंभीर हालत में रविवार को हमीदिया में भर्ती कराया गया था। फंगस की वजह से मरीज का पूरा चेहरा काला पड़ गया था। संक्रमण नाक और जबड़े से होते हुए मस्तिष्क तक पहुंच गया था, जिससे उसे बचाया नहीं जा सका। भोपाल में आखिरी बार पिछले साल अगस्त में हमीदिया अस्पताल में ही मरीज की मौत हुई थी।
महिला का इलाज करने वाले चिकित्सकों ने बताया कि महिला गंभीर हालत में अस्पताल आई थी। रविवार को नाक, कान एवं गला रोग विभाग में उसे भर्ती किया गया था, लेकिन हालत गंभीर होने की वजह से सर्जरी नहीं की जा सकी। सोमवार को उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी तो मेडिसिन विभाग में भ्ार्ती करा दिया गया। सांस में तकलीफ होेने पर महिला को वेंटिलेटर पर रखा गया। बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात उसकी मौत हो गई। चिकित्सकों ने बताया कि महिला की कोरोना की जांच नहीं हुई थी। उसे कोई लक्षण भी पिछले 10 दिन में नहीं दिखे थे। ऐसे में यह माना जा रहा है, डायबिटीज का स्तर बहुत जयादा होने की वजह से वह म्यूकरमाइकोसिस की चपेट आई होगी। बता दें कि पिछले साल अप्रैल से अप्रैल से अगस्त के बीच हमीदिया में 400 से ज्यादा मरीज फंगस वाले भर्ती हुए थे। इनमें ज्यादातर के बीमारी की वजह कोरोना के दौरान इलाज में स्टेरायड का उपयोग था।