राजधानी भोपाल में स्मार्ट मीटर और बढ़े हुए बिजली बिलों को लेकर कई विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं। लोगों की शिकायत है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद से ही उन्हें भारी यानी ज्यादा राशि के बिल दिए जा रहे हैं। इस प्रदर्शन के बीच ही बिजली कंपनी के अफसरों ने सोमवार को पहली बार स्मार्ट मीटर के फायदे भी बताए। 2 घंटे के सेमिनार में स्मार्ट मीटर को क्लीन चीट देते हुए अफसरों ने कहा कि सही रीडिंग हो रही है।
डिप्टी चीफ इंजीनियर बीबीएस परिहार ने कहा कि स्मार्ट मीटर के संबंध में सीएम हेल्पलाइन या अन्य माध्यम से मिली कुल 547 शिकायतों की पड़ताल की। किसी में भी अधिक खपत आने की बात सिद्ध नहीं पाई गई है। ज्यादा बिल आने की बात पर उन्होंने कहा कि कुछ उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनके यहां पुराने मीटर में गड़बड़ हुई थी। उनकी अब सही रीडिंग आ रही हैं। इस दायरे में सभी उपभोक्ता नहीं है।

अफसरों ने ये भी कहा-
- मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी अंतर्गत 16 जिलों में कुल 41 लाख 35 हजार 791 स्मार्ट मीटर लगेंगे। इसमें से भोपाल शहर में अल्फनार पॉवर प्राइवेट लिमिटेड को 2 लाख 34 हजार 530 एवं अपरावा भोपाल स्मार्ट प्राइवेट लिमिटेड को 3 लाख 62 हजार 425 स्मार्ट मीटर लगाने का अनुबंध कंपनी ने किया है।
- भोपाल में सितंबर-24 से पुराने मीटरों के स्थान पर स्मार्ट मीटर लग रहे हैं। 11 अगस्त तक की स्थिति में 1 लाख 89 हजार 82 मीटर लगाए जा चुके हैं। इनमें से 7372 उपभोक्ताओं के परिसर में स्मार्ट मीटर की सीरिज में चेक मीटर के रूप में सामान्य डिजिटल इनेक्ट्रॉनिक मीटर लगाए गए हैं। इनमें से किसी के यहां भी खपत में कोई अंतर नहीं आया है।
- स्मार्ट मीटर के संबंध में मिली कुल 547 शिकायतों में से एक भी सही नहीं पाई गई है। इस संबंध में संबंधित से लिखित में भी लिया है।
- सामान्य इलेक्ट्रॉनिक मीटर एवं स्मार्ट मीटर में बिजली खपत दर्ज करने का तरीका समान है, लेकिन स्मार्ट मीटर में एडवांस फिचर होने के कारण रिमोटली रीडिंग ली जा रही है। जिसमें मानवीय गलती होना संभव नहीं है।
ज्यादा बिल आने पर शिकायत कर सकते हैं स्मार्ट मीटर सेल प्रभारी सीके पंवार ने कहा, यदि उपभोक्ता को लगता है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद ज्यादा राशि के बिल आ रहे हैं तो शिकायत करें। इसकी जांच की जाएगी। बता दें कि स्मार्ट मीटर को लेकर गोविंदपुरा समेत कई जगहों पर प्रदर्शन हो चुके हैं। कांग्रेस के साथ बीजेपी विधायक भी नाराजगी जता चुके हैं। इसके बाद बिजली कंपनी सोमवार को 2 घंटे की कार्यशाला की। इसमें स्मार्ट मीटर से संबंधित तकनीकी पहलू, उपभोक्ताओं के लाभ और कार्यप्रणाली पर जानकारी दी गई।