आर्थिक अनियमितताओं और करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़े के आरोप में भोपाल ईओडब्ल्यू ने इंदौर की एक फर्म के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। इस फर्म के खिलाफ पूर्व में लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू दोनों में शिकायतें दर्ज कराई गई थीं, जिनकी जांच के बाद अब एफआईआर दर्ज की गई है।
ईओडब्ल्यू टीआई राजकुमार यादव के अनुसार, अनिल संघवी (निवासी विजयनगर, इंदौर) की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। इसमें कई लोगों के खिलाफ आर्थिक अपराध की धाराओं में बुधवार को एफआईआर दर्ज की गई है। जानकारी के अनुसार यह करीब 198 करोड़ का घोटाला है।
ट्रस्ट बनाकर फर्जीवाड़े के लगे आरोप
शिकायतकर्ता अनिल संघवी ने बताया कि आरोपियों ने एक ट्रस्ट बनाकर फर्जीवाड़ा करते हुए आर्थिक लाभ लिया है। फर्म का गठन शैक्षणिक गतिविधियों, अस्पताल और अन्य सामाजिक सेवाओं के संचालन के लिए किया गया था, लेकिन इसका दुरुपयोग हुआ।
21 दिन में 21 करोड़ का लोन
अनिल संघवी ने आरोप लगाया कि सोसाइटी ने SBI, ICICI, HDFC और UK बैंक से महज 21 दिनों में 21 करोड़ रुपए से अधिक का लोन लिया, जिसे अलग-अलग गतिविधियों में लगाया गया। इसी संस्था से जुड़े एक कॉलेज के लिए SBI से 12 करोड़ रुपए का लोन लिया गया। इन सबके लिए फर्जी खर्चों के बिल लगाए गए।
परिवारजनों को लाभ, करोड़ों की हानि
फर्म से जुड़ी अन्य इकाइयों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया। इससे फर्म को करीब 8.22 करोड़ रुपए की हानि हुई। इसके साथ ही कई संस्थानों में करोड़ों के लेनदेन में वित्तीय अनियमितताएं की गईं।
इन सभी मामलों की विस्तृत जांच के बाद, ईओडब्ल्यू ने फर्म के पदाधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।