Jabalpur ATM LootKand: गनमैन की गोली मारकर हत्या और लाखों की लूट करने वाले दो बदमाश वाराणसी में गिरफ्तार
एटीएम में कैश लोडिंग के दौरान लाखों की लूट व गनमैन की हत्या के दो आरोपितों को पुलिस ने वाराणसी में गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के कब्जे से लूटी हुई रकम में से 32 लाख 98 हजार रुपये जब्त किए गए हैं। वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है। आरोपित रिटायर्ड जेल अधिकारी के सदर क्षेत्र स्थित घर में वारदात से पूर्व तीन माह तक किराएदार बनकर रहे। तीन माह तक बनाई गई योजना को अंजाम देने के बाद रात भर जंगल में छिपे रहे और दूसरे दिन हुलिया बदलकर मोटरसाइकिल से भाग गए थे।बाइक पर यूपी पासिंग नंबर अंकित किया गया था।
एसआइएस कंपनी के सूत्रों का कहना है कि हमलावरों ने 37 से 38 लाख रुपये की लूट की थी। बताया जाता है कि 11 फरवरी को लूट व हत्या करने के बाद हमलवार तिलहरी से आगे किसी जंगल में छिपकर रात बिताई थी। जिसके बाद 12 तारीख को सुबह करीब आठ बजे किराए के मकान पहुंचे। कपड़े बदलकर लूट की रकम बैग में भरने के बाद दोनों हमलावर बाइक से रवाना हुए। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पेंटीनाका सदर होते हुए हमलावर घमापुर चौक, रद्दी चौकी, खजरी खिरिया बायपास होते हुए जबलपुर-कटनी हाइवे पर पहुंचे थे।
इसलिए शुक्रवार का दिन चुना: सूत्रों ने बताया कि शनिवार व रविवार अवकाश के कारण एटीएम मशीनों में शुक्रवार को ज्यादा कैश डाला जाता है। इसलिए हमलावरों ने इसी दिन वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी। सूत्र यह भी बताते हैं हमलावर दो पिस्टल और चार मैग्नीज लेकर जबलपुर आए थे। उसी पिस्टल से ताबड़तोड़ अंदाज में गोलियां चलाकर वारदात को अंजाम दिया गया था। सवाल खड़े हो रहे हैं कि वाहन चैकिंग अभियान के दौरान पुलिस हमलावरों को पहले क्यों नहीं पकड़ पाई।
क्राइम ब्रांच में बदलाव की जरूरत: क्राइम ब्रांच में बड़े बदलाव की जरूरत बताई जा रही है। पुलिस के इस महत्वपूर्ण विभाग में कई जवान वर्षों से जमे हैं। उनके कामकाज पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। लाखों की लूट व हत्या की इस सनसनीखेज वारदात के बाद हमलावर आसानी से बच निकले। तीन माह तक आरोपित किराएदार बनकर रहे परंतु क्राइम ब्रांच को कानों कान खबर नहीं हो पाई। क्राइम ब्रांच का अमला हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा। वारदात के बाद जो भी तथ्य सामने आ रहे हैं वह पुलिस महानिरीक्षक उमेश जोगा, पुलिस उप महानिरीक्षक आरआर सिंह परिहार, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा की सतत मानीटरिंग, दो राजपत्रित पुलिस अधिकारियों की मेहनत व तकनीकी जांच से संभव हो पाई है।
यह है मामला: बैंक आफ महाराष्ट्र के गोराबाजार तिलहरी स्थित एटीएम में कैश लोडिंग के दौरान अपराधियों ने 11 फरवरी को दिन दहाड़े तीन लोगों को गोली मारकर लाखों रुपये लूट लिए थे। कैश लोडिंग का ठेका लेने वाली दिल्ली की कंपनी एसआइएस के वाहन चालक अभिलाष यादव 38 वर्ष निवासी भरतीपुर ओमती ने पुलिस को घटना की जानकारी दी थी। उसने बताया था कि कैश वाहन एमपी 04 जीबी 2215 में करोड़ों रुपये लेकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित एटीएम में रकम लोड की गई। दोपहर करीब 2.30 बजे कैशियर राज बहादुर सिंह 34 वर्ष निवासी मटवारा भिटौनी शहपुरा एवं श्रेयांश ताम्रकर 28 वर्ष निवासी शाहीनाका गढ़ा के साथ गोराबाजार तिलहरी स्थित एटीएम में कैश लोडिंग के लिए पहुंचा। गनमैन राजबहादुर पटेल 45 वर्ष निवासी पान उमरिया जिला कटनी हालमुकाम साईं मंदिर जवाहर नगर अधारताल वाहन में चालक सीट के बगल बैठा था। कैशियर राजबहादुर सिंह एवं श्रेयांश ताम्रकार वाहन से उतरकर एक कैश पेटी लेकर एटीएम की तरफ गए। बाउंड्रीवाल पार कर एटीएम तक पहुंचे तभी नकाबपोश बदमाश ने ताबड़तोड़ अंदाज में गोलियां चलाकर कैश पेटी लूट ली थी। गनमैन गाड़ी में बैठा था, उसे भी गोली मार दी और मोटरसाइकिल से दोनों बदमाश फरार हो गए थे।