मक्का-मदीना की पैदल यात्रा पर निकले आसिफ सागर पहुंचे:रोज 30-40 किमी चलते हैं, बीमार मां के ठीक होने की दुआ कबूल होने पर शुरू की यात्रा
तेलंगाना के आदिलाबाद से पैदल चलकर मक्का-मदीना की यात्रा पर निकले हाजी आसिफ अंसारी करीब एक माह बाद 1 हजार किलोमीटर का सफर तय कर सागर पहुंचे। सागर आगमन पर समाज के लोगों ने उनका स्वागत किया। दरअसल, तेलंगाना के आदिलाबाद निवासी हाजी आसिफ अंसारी ने बीमार मां के ठीक होने पर पैदल हज यात्रा करने की दुआ मांगी थी। मां का स्वास्थ्य ठीक होने और दुआ कबूल होने पर आसिफ ने पैदल हज यात्रा शुरू की है।
करीब एक माह पहले आदिलाबाद से आसिफ अकेले ही पैदल मक्का-मदीना के लिए निकले हैं। वह भारत समेत पांच देशों की बार्डर पार कर मक्का-मदीना पहुंचेंगे। वह 2025 में मक्का-मदीना पहुंचेंगे। इस दौरान वे 8 हजार किमी से अधिक की पैदल यात्रा करेंगे। यात्रा के दौरान आसिफ अंसारी सागर पहुंचे। जहां तंजीम कमेटी और शहर के अन्य लोगों ने आसिफ का स्वागत किया। इसके बाद वह नमाज अदा कर अपने आगे के सफर पर रवाना हुए।
कानूनी प्रक्रिया पूरी कर यात्रा शुरू की आसिफ ने बताया कि भारत समेत अन्य देशों में जो कानूनी प्रक्रिया होती है उसे पूरा करने में करीब छह महीने का समय लगा था। प्रक्रिया पूरी करने के बाद यात्रा शुरू की है। रोज 30 से 40 किलोमीटर पैदल चल रहा हूं। 2025 में सफर पूरा कर हज के समय साऊदी अरब के मक्का-मदीना पहुंचने का लक्ष्य रखा है।
भारत समेत 4 अन्य देशों की बॉर्डर पार कर पहुंचेंगे
आसिफ तेलगांना से पैदल निकलकर अगले साल हज के लिए सऊदी अरब पहुंचेंगे। इस यात्रा के दौरान वह भारत के अलावा 4 दूसरे देशों की बॉर्डर से होकर गुजरेंगे। आसिफ भारत से वाघा बॉर्डर होते हुए पाकिस्तान, इरान, ईराक और कुवैत से भी होकर गुजरेंगे। कुवैत से ही वो मक्का-मदीना पहुंचेंगे।