भोपाल में अतिथि शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
भोपाल में शनिवार को मांगों को लेकर आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ मध्यप्रदेश ने लोक शिक्षण संचालनालय के बाहर प्रदर्शन किया, और ज्ञापन दिया। लगभग 500 अतिथि शिक्षकों को पुलिस ने एक घंटे बाद हिरासत में लेकर दूसरे इलाकों में छोड़ दिया।
अतिथि शिक्षकों का कहना था कि अतिथि शिक्षक पंचायत में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई घोषणाएं की थी। जिसके आदेश जारी कराने और अन्य समस्याओं का निराकरण कराने को लेकर यहां पहुंचे हैं।
अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर अतिथि शिक्षकों की विभागीय पात्रता परीक्षा आयोजित कर नियमित शिक्षक बनाया जाए। इसके अलावा अतिथि शिक्षक पंचायत में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणाओं के आदेश अतिशीघ्र जारी किए जाएं।
वहीं, अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर अतिथि शिक्षकों का पूरे एक वर्ष का अनुबंध करने का आदेश जारी किए जाएं। इसके अलावा शिक्षक भर्ती में 50% आरक्षण देने और प्रतिवर्ष 2 अंक और अधिकतम 20 अंक बोनस देने का आदेश जारी करने की मांग यह शिक्षक कर रहे हैं।
शिक्षकों ने बताया कि अनुभव के आधार पर पात्रता परीक्षा लेने और महीने की निश्चित तारीख को मानदेय देने की मांग भी हम यहां कर रहे हैं।
डीपीआई के सामने बैठे अतिथि शिक्षक।
ये हैं अतिथि शिक्षकों की मांगें…
- अतिथि शिक्षकों के लिए माह फरवरी, मार्च, अप्रैल का बजट जारी कर अतिशीघ्र मानदेय दिया जाए।
- अतिथि शिक्षक पंचायत की घोषणानुसार सत्र 2023-24 में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को माह मई, जून का बजट जारी कर मानदेय दिया जाए।
- 30% से कम परीक्षा परिणाम देने वाले अतिथि शिक्षकों को पुनः रखे जाने का आदेश जारी किया जाए।
- वर्तमान में कराए जा रहे अतिथि शिक्षकों के नए पंजीयन निरस्त किए जाएं, नए पंजीयन की बाध्यता पूर्णतः समाप्त की जाए।
- स्थानांतरण, उच्च पद प्रभार, अन्य किसी कारण से बहार हुए अतिथि शिक्षकों को रिक्त पदों में अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर समायोजित किया जाए।
- वर्तमान में चल रही शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों को अनुभव वर्षों के आधार पर उतने वर्षों की उम्र में छूट देने का आदेश अतिशीघ्र जारी किया जाए।