इंटरनेट पर युवती से दोस्ती कर जबलपुर के डॉ. अनुज प्रताप सिंह (50 वर्ष) ने 24 लाख 28 हजार रुपए गवां दिए। डॉक्टर को जब ठगी का अहसास हुआ, तो वे तिलवारा थाने पहुंचे और युवती के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। अब पुलिस के सामने संकट यह है कि उसके पास युवती का फोटो-वीडियो या पहचान का अन्य कोई दस्तावेज नहीं है। सिर्फ हुलिया के आधार पर उसे तलाश रही है। युवती ने डॉक्टर को बातों में फंसाकर ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर लाखों रुपए ऐंठे हैं।
जबलपुर के बाजनामठ जेडीए कॉलोनी निवासी डॉ. अनुज प्रताप सिंह की कुछ माह पहले सोशल मीडिया के जरिए एक युवती से मुलाकात हुई। शुरुआत में दोनों एक-दूसरे से मैसेज पर बात करते रहे, इसके बाद उन्होंने अपना मोबाइल नंबर एक्सचेंज किया। युवती ने अपना नाम श्वेता जायसवाल दिल्ली निवासी बताया। जब रोजाना बातें होने लगीं, तो युवती ने बताया कि वह एक एप के माध्यम से ऑनलाइन बिजनेस करती है। जिससे उसे लाखों का फायदा होता है।
युवती ने डॉक्टर को बताया कि वह घर बैठे लाखों रुपए कमा सकते हैं। वह फारेक्स ट्रेडिंग करती है, यह ऑनलाइन होता है। इसमें निवेश पर बहुत अधिक लाभ होता है। डॉ. सिंह युवती के झांसे में आ गए और ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए तैयार हो गए। डॉ. सिंह ने युवती के कहने पर इस कंपनी में कई किस्तों में 24 लाख 28 हजार रुपए लगा दिए। युवती ने पहले तो डॉ. सिंह की ऑनलाइन क्लास ली और फिर मोबाइल पर एक लिंक भेजकर क्लिक करने को कहा।
डॉ. सिंह वैसा ही करते गए, जैसा युवती बताती गई। उन्होंने अपना पंजीयन कराया और कंपनी से जुड़ गए। युवती ने 4 जनवरी को डॉक्टर से 40 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कराए। इसके बाद युवती कई तरह की स्कीम और प्राफिट बताकर अलग-अलग समय पर डॉक्टर से ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कराती रही। तीन माह में 24 लाख 28 हजार रुपए जमा कराने के बाद जब डॉक्टर के खाते में पैसे नहीं आए, तो उन्होंने युवती से कहा। उसने कुछ दिन का इंतजार करने को कहा और इसके बाद श्वेता ने डॉक्टर से बात करना बंद कर दी। तब डॉक्टर को समझ आया कि उनसे फ्राड हो गया है।