भोपाल ड्रग्स मामला, 1800 करोड़ ड्रग्स केस, इग्स सप्लाई नेटवर्क, प्रेम सुख पाटीदार, हरीश अजाना, ड्रग्स फैक्ट्री, गुजरात ATS, नारकोटिक्स विभाग, भोपाल थाने में गोलीकांड, मंदसौर इग्स सप्लाई, एमडी इग्स बरामद
भोपाल: 1800 करोड़ ड्रग्स मामले का आरोपी थाने में घायल, पूछताछ से बचने के लिए मारी खुद को गोली
भोपाल, मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी भोपाल में हाल ही में पकड़े गए 1800 करोड़ रुपये के ड्रग्स मामले के आरोपी ने थाने में पूछताछ के दौरान खुद को गोली मारकर घायल कर लिया। यह चौंकाने वाली घटना तब हुई जब मंदसौर से फरार आरोपी हरीश अजाना को पूछताछ के लिए पुलिस द्वारा हिरासत में लाया गया था। उसने खुद के पैर में गोली मार ली, जिसे तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया । पुलिस आरोपी के ठीक होने का इंतजार कर रही है ताकि उससे आगे की पूछताछ कर नेटवर्क से जुड़े अन्य सदस्यों की जानकारी प्राप्त की जा सके।
मामले का विस्तृत खुलासा
पुलिस, NCB, और ATS की संयुक्त टीम द्वारा की गई बड़ी कार्रवाई में 1814 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग्स की बरामदगी भोपाल की एक फैक्ट्री से की गई थी। इस मामले की जांच के दौरान कई राज्यों से जुड़े बड़े नामों का खुलासा हुआ है, जो इस ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क में शामिल थे। आरोपी हरीश अजाना की पूछताछ में ड्रग्स सप्लाई के मुख्य सप्लायर प्रेम सुख पाटीदार का नाम सामने आया, जिसके बाद से ही पुलिस प्रेम सुख पाटीदार की तलाश में जुटी है।
कई राज्यों में फैला था नेटवर्क
हरीश अजाना ने पुलिस को बताया कि ड्रग्स बनाने के उपकरण महाराष्ट्र से मंगवाए जाते थे, जबकि इसके लिए केमिकल गुजरात के बलसाड से आता था। प्रेम सुख पाटीदार को इस नेटवर्क का मुख्य कर्ता-धर्ता माना जा रहा है, जिसके नाम का खुलासा होने के बाद से पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी है। अब तक की जांच में यह सामने आया है कि इस ड्रग्स नेटवर्क की जहें कई राज्यों तक फैली हुई हैं, जिसमें बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों की तस्करी की जाती थी।
थाने में खुदकुशी की कोशिश
शुक्रवार को प्रेम सुख पाटीदार, अवैध पिस्टल के साथ थाने पहुंचा और पुलिस की मौजूदगी में अपने पैर में गोली मार ली। पुलिस ने तुरंत उसे हिरासत में लेकर पिस्टल जब्त की और घायल अवस्था में जिला अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के अनुसार, यह कदम उसने पूछताछ से बचने के लिए उठाया। प्रेम पाटीदार अब पुलिस की हिरासत में है, और उसके ठीक होने के बाद उससे ड्रग्स नेटवर्क के अन्य सदस्यों और तरीकों के बारे में पूछताछ की जाएगी।
बढ़ते ड्रग्स कारोबार पर सख्त कार्रवाई की जरूरत
भोपाल और अन्य राज्यों में ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क की जड़ें कितनी
गहरी हैं, इसका अंदाजा इस मामले से लगाया जा सकता है। 1800 करोड़ रुपये से अधिक की इग्स की जब्ती न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि युवाओं और समाज के लिए भी गंभीर खतरा है। पुलिस, नारकोटिक्स विभाग और ATS की टीम इस मामले में लगातार छापेमारी कर रही है, ताकि इस नेटवर्क के सभी कर्ताधर्ताओं को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।
गहरी हैं, इसका अंदाजा इस मामले से लगाया जा सकता है। 1800 करोड़ रुपये से अधिक की इग्स की जब्ती न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि युवाओं और समाज के लिए भी गंभीर खतरा है। पुलिस, नारकोटिक्स विभाग और ATS की टीम इस मामले में लगातार छापेमारी कर रही है, ताकि इस नेटवर्क के सभी कर्ताधर्ताओं को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।