भोपाल की झुग्गी बस्ती में 110 घरों पर चला बुलडोजर
भोपाल में होटल ताज के ठीक सामने भदभदा झुग्गी बस्ती से गुरुवार को 110 और घर बुलडोजर चलाकर गिरा दिए गए। ये वो घर हैं, जिनके मालिकों ने जिला प्रशासन को सहमति दी है। झुग्गी बस्ती पर एक्शन बुधवार को शुरू हुआ था। बुधवार को 30 घर गिराए गए थे।
NGT (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने यहां बने 386 घरों को हटाने के आदेश दिए हैं। कल और आज की कार्रवाई को मिलाकर अब तक 140 घर हटाए जा चुके हैं। 276 अतिक्रमण और बाकी हैं। कुछ मकानों के मालिकों को चांदपुर बैरसिया इलाके में जमीन दी गई। कुछ को मुआवजा दिया गया है।
भदभदा बस्ती से 1 किलोमीटर दूर ही बैरिकेड कर पुलिस ने रास्ता रोक रखा है। बस्ती में रहने वाले लोगों के रिश्तेदार खाना और दूसरी जरूरत का सामान लेकर पहुंचे हैं, लेकिन पुलिस किसी को भी अंदर नहीं जाने दे रही। लोगों का कहना है कि पुलिस बदसलूकी कर रही है।
बेघर हुए लोगों को जमीन के पट्टे और मुआवजे के चेक दिए
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया, ‘निगम की गाड़ियों के जरिए लोगों की गृहस्थी का सामान दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया गया है। बुधवार को 30 परिवार के बाद 110 परिवार ने शिफ्टिंग के लिए सहमति दी है। इन्हें आज शिफ्ट किया जा रहा है। जिन्हें जमीन चाहिए थी, उन्हें चांदपुर में पट्टे दिए गए हैं। कुछ को मुआवजा राशि के चेक भी दिए गए हैं।’
इसलिए अतिक्रमण हटा रहा प्रशासन
NGT के आदेश के बाद जिला प्रशासन अतिक्रमण हटा रहा है। इसे लेकर पिछले दिनों नगर निगम की ओर से मुनादी भी कराई थी। वहीं, रहवासियों को अतिक्रमण हटाने के लिए तीन दिन का समय दिया था। सोमवार को यह अवधि खत्म हो गई। इसी बीच कलेक्टर सिंह ने रहवासियों की मीटिंग की और फिर एक दिन की मोहलत और दी थी। बुधवार से सख्ती और समझाइश दोनों शुरू कर दी गई।
पुलिस की मौजूदगी में एक्शन, रास्ते बंद
गुरुवार को भी पुलिस जवानों की मौजूदगी में भी शिफ्टिंग की कार्रवाई की जा रही। इसके लिए बस्ती की ओर जाने वाले मुख्य रास्ते समेत भदभदा चौराहा और करुणा धाम मार्ग पर बैरिकेडिंग कर रास्ते बंद कर दिए गए हैं। बुधवार को भी पुलिस और प्रशासन ने यही तरीका अपनाया था। यहां तक कि मीडिया को भी बाहर ही रोक दिया गया था।