भोपाल जेल के सामने तालाब में मिली युवक की लाश
भोपाल सेंट्रल जेल गांधी नगर के सामने तालाब में एक युवक की लाश रविवार को मिली। देर रात उसकी शिनाख्त की जा सकी। सोमवार को बॉडी का पीएम कराया गया। इधर, परिजन का आरोप है कि 27 जून को उसे गोविंदपुरा पुलिस ने जेल भेजा था। इसके बाद सीधे उसकी मौत की सूचना मिली। हमें हत्या का संदेह है। गांधी नगर पुलिस का कहना है कि मामले में मर्ग कायम कर लिया है। एफएसएल की टीम से स्पॉट का मुआएना करा लिया है। पीएम रिपोर्ट में मौत के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा।
गांधी नगर थाने के एसआई कन्हैयालाल यादव ने बताया कि प्रमोद चौधरी पिता प्रदीप चौधरी (29) निवासी अन्ना नगर गोविंदपुरा सब्जी का कारोबार करते थे। गुरुवार को उनका पत्नी से विवाद हुआ था। इसकी शिकायत पत्नी ने थाना गोविंदपुरा में की थी। पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। धारा 151 के तहत कार्रवाई कर अगले दिन जेल भेज दिया। 29 जून को उनकी रिहाई जेल रिकार्ड के अनुसार हो चुकी थी। 30 जून रविवार को जेल के सामने तालाब में उनकी लाश मिली। गोताखोरों की मदद से शव को निकाला गया। तब उनकी शिनाख्त नहीं हो सकी थी। रविवार की रात को बॉडी की शिनाख्त की जा सकी। शुरुआती जांच में मामला सुसाइड का लग रहा है।
परिजन बोले प्रमोद की हत्या की गई
मृतक के मामा राजेश चौधरी ने बताया कि प्रमोद को गोविंदपुरा पुलिस ने जेल भेजा था। आपसी विवाद के बाद पत्नी ने उनकी शिकायत थाने में की थी। परिवार में किसी ने उसकी जमानत नहीं ली थी। उसकी जमानत किसने ली इसकी जानकारी हमें नहीं है। कब रिहाई हुई, इसकी जानकारी भी हमें नहीं है। रविवार की रात को गोविंदपुरा पुलिस ने ही हमें मौत की सूचना दी है। हमें संदेह है कि उसके साथ किसी ने कुछ गलत किया है। उसकी हत्या की गई है।
शराब ज्यादा पीता था युवक
प्रमोद के परिजनों ने इस बात की भी जानकारी दी है कि वह शराब पीने के आदि थे। नशे में आए दिन पत्नी से विवाद किया करते थे। प्रमोद मूल रूप से नरसिंहपुर के रहने वाले थे। लंबे समय से भोपाल में रहकर कारोबार कर रहे थे। उनकी शादी आठ साल पहले पूजा से हुई थी। दोनों की दो संतान 7 साल की प्रिंसी और 3 साल का प्रजुल है। सोमवार की दोपहर को पुलिस ने पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।