भोपाल के हमीदिया अस्पताल में छज्जा गिरा, 3 गाड़ियां क्षतिग्रस्त
भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इमरजेंसी की फॉल्स सीलिंग के बाद अब छज्जा गिरने का मामला सामने आया है। घटना मंगलवार दोपहर करीब 1:30 बजे की है। तब पुरानी ट्रामा बिल्डिंग और ओल्ड ओपीडी ब्लाक के बीच स्थित एक छज्जा गिर गया।
जिसमें 3 बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। जहां छज्जा गिरा है वहां लगातार लोगों की आवाजाही रहती है। हालांकि, घटना में किसी को कोई चोट नहीं आई है। यह वह एरिया है जो कि पुरानी हमीदिया बिल्डिंग में आता है।
लोगों का कहना है कि नीचे तीन गाड़ियां खड़ी थीं। अचानक बहुत तेज कुछ गिरने की आवाज आई। पलटकर देखा तो तीन गाड़ियों पर मलबा गिरा हुआ था। कुछ देर पहले की एक युवक वहां से गाड़ी पार्क करके निकला था।
इससे पहले रविवार-सोमवार की दरमियानी रात को इमरजेंसी की नई बिल्डिंग में गिरी फॉल्स सीलिंग को भी अस्पताल प्रबंधन ने ठीक कर दिया है।
हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक सुनीत टंडन ने कहा कि हमीदिया की पुरानी बिल्डिंग में हमें छज्जा गिरने की सूचना मिली है। इसमें कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ है। कुछ टू व्हीलर क्षतिग्रस्त हो गई।
छज्जा गिरने के बाद क्षतिग्रस्त हुईं टू व्हीलर।
ऐसे हुआ था हमीदिया अस्पताल का निर्माण
जानकारों के मुताबिक 1890 में वाइसराय लैंसडाउन और उनकी पत्नी ने भोपाल आगमन पर महिलाओं के लिए अस्पताल बनाने का प्रस्ताव दिया। 1891 में सुल्तानिया अस्पताल की नींव रखी गई। जिसे उस समय लेडी लैंसडाउन वुमन हॉस्पिटल नाम दिया गया। इसके करीब 10 साल बाद पुरानी कोतवाली में 25 बिस्तरों का छोटा सा अस्पताल शुरू हुआ जिसे प्रिंस ऑफ वेल्स किंग एडवर्ड मेमोरियल हॉस्पिटल फॉर मेन नाम दिया गया। 1951 में इसे फतेहगढ़ किले के खाली पड़े हिस्से में स्थानांतरित कर दिया गया। यही आज का हमीदिया अस्पताल है।