राजधानी में नशे के कारोबार को लेकर भोपाल पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई सामने आई है। क्राइम ब्रांच, कमिश्नरेट भोपाल ने मादक पदार्थों के खिलाफ जारी विशेष अभियान के तहत थाईलैंड की महिला और नाइजीरिया के युवक को गिरफ्तार किया है। दोनों पर पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज हैं। पुलिस ने इनके पास से एमडी (मेथामफेटामाइन) ड्रग्स बरामद कर अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा किया है।
थाई महिला करती थी ऑनलाइन सप्लाईपकड़ी गई थाई नागरिक बेंचामत मून (41) दिल्ली और भोपाल में रहते हुए ऑनलाइन के माध्यम से ड्रग्स की सप्लाई करती थी। वह भोपाल के कई स्पा सेंटरों में भी काम कर चुकी है। पुलिस ने उसे समरधा स्थित शीतलधाम कॉलोनी से पकड़ा है। उसके पास से 2.95 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद हुई। वहीं गिरफ्तार नाइजीरियन ओराचोर ओन्येका (34) के खिलाफ दिल्ली के डीएलएफ फेस-1 थाने में फॉरेन एक्ट और धोखाधड़ी के तहत प्रकरण दर्ज हैं। यह विदेशी नेटवर्क भोपाल, दिल्ली और अन्य शहरों में फैला हुआ था।
पहले पकड़े गए थे भोपाल के ड्रग पैडलर इस कार्रवाई से पहले 18 जुलाई को सैफुद्दीन और शाहरुख को भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दोनों शहर के क्लब, पार्टियों और जिम के जरिए युवाओं को एमडी पाउडर का आदी बनाते थे। पुलिस ने इनके पास से 15 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त की थी। पूछताछ में इन आरोपियों ने खुलासा किया कि पार्टी कल्चर की आड़ में लड़कियों को पहले मुफ्त में ड्रग्स दी जाती थी, फिर उनका शोषण किया जाता ताकि वे क्लब्स का आकर्षण बन सकें।
सैफुद्दीन की निशानदेही पर पुलिस ने फिल्मी अंदाज में योजना बनाकर यासीन उर्फ मिंटू और शाहवर को गिरफ्तार किया। यासीन ने पकड़ने के दौरान अपनी स्कॉर्पियो से दो गाड़ियों को टक्कर मारकर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया।
उनके पास जो गाड़ी मिली, उस पर विधानसभा का पास और ‘प्रेस’ लिखा हुआ था। अब तक इस गिरोह से जुड़े सैफुद्दीन, आशू उर्फ शाहरुख, यासीन उर्फ मिंटू, शाहवर, अंशुल उर्फ भूरी, समीर उद्दीन और सोहेल खान को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने इनके पास से एमडी ड्रग्स, हथियार, वाहन और मोबाइल फोन जब्त किए हैं।
स्पा सेंटरों की भूमिका भी जांच के दायरे में थाई महिला द्वारा भोपाल के कुछ स्पा सेंटरों में काम करने की पुष्टि हुई है। पुलिस अब इन स्पा सेंटरों की भूमिका की भी जांच कर रही है कि क्या वहां से ड्रग्स की कोई सप्लाई या कनेक्शन जुड़ा हुआ था। पुलिस ने कहा है कि अभी और नामों के खुलासे हो सकते हैं।
भोपाल-दिल्ली में सक्रिय थी थाई महिला
एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि यह कार्रवाई “नशे से दूरी है जरूरी” अभियान के तहत की गई है, जो शासन की मंशा और मुख्यालय के निर्देश पर लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार थाई महिला के पास से करीब 2.95 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद हुआ है। वहीं, नाइजीरियन युवक पूर्व में भी एमडी तस्करी का आरोपी रह चुका है। थाई महिला पर भोपाल के गांधी नगर थाने में पूर्व से एक मामला दर्ज है।
शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि पुलिस अभी यह पता लगा रही है कि ये ड्रग्स कहां से मंगवाते थे और किन-किन लोगों को सप्लाई करते थे। दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। नाइजीरियन युवक दिल्ली से संचालन करता था और थाई महिला भोपाल-दिल्ली दोनों जगह सक्रिय थी। पुलिस को यह भी आशंका है कि भोपाल के अलावा ये देश के अन्य शहरों में भी नेटवर्क फैला चुके हैं।