भोपाल की लाइफ लाइन बड़ा तालाब सिर्फ ढाई फीट खाली है। गुरुवार सुबह तक जलस्तर 1664.25 फीट पहुंच गया। 24 घंटे में 1 फीट और 5 दिन में 4 फीट पानी जमा हुआ। वहीं, कोलांस नदी 3 फीट ऊपर बही। केरवा और कलियासोत डैम में भी पानी का लेवल बढ़ा है।
सीहोर जिले में तेज बारिश होने पर ही कोलांस नदी उफान पर आती है। यह पानी सीधे बड़ा तालाब में पहुंचता है। बुधवार को नदी लेवल से 10 फीट ऊपर बही थी। इस कारण एक फीट पानी बढ़ गया। हालांकि, भोपाल और सीहोर में अब तेज बारिश का दौर थम गया है, लेकिन कोलांस लेवल से 3 फीट ऊपर बह रही है। इसलिए बड़ा तालाब में पानी बढ़ रहा है।

भोपाल के इन डैमों में इतना पानी
- कोलार डैम: इसका वॉटर लेवल 1516.40 फीट है। अभी इसमें 1497.83 फीट पानी जमा है। इस हिसाब से यह काफी खाली है। कोलार डैम से ही भोपाल शहर के 40% हिस्से में पानी की सप्लाई की जाती है। पिछली बार जुलाई में इसके गेट खोलने पड़े थे।
- केरवा डैम: कुल 1673 फीट वाले केरवा डैम में अब तक 1663.18 फीट पानी आ चुका है। तेज बारिश होने के बाद डैम में पानी का लेवल बढ़ जाएगा।
- कलियासोत डैम: डैम का अभी वॉटर लेवल 1649.93 फीट है। इसकी कुल जलभराव क्षमता 1659.02 फीट है। इसके चलते डैम अभी भी करीब 9 फीट खाली है। बड़ा तालाब के गेट खुलने पर कलियासोत डैम में पानी आएगा और गेट खुल जाएंगे।

3 लाख आबादी की प्यास बुझाता है बड़ा तालाब बड़ा तालाब को शहर की लाइफ लाइन कहा जाता है। इसकी वजह यह वॉटर लेवल तो बेहतर रखता ही है। साथ में बड़ी आबादी की प्यास भी बुझाता है। बड़ा तालाब से हर दिन पुराने शहर समेत बैरागढ़ (संत हिरदाराम नगर) समेत आसपास के इलाकों की 3 लाख से ज्यादा आबादी को पानी की सप्लाई की जाती है।
20% से ज्यादा इलाकों में पानी पहुंचता है। बड़ा तालाब से हर रोज 25 MGD (मिलियन गेलन पानी प्रतिदिन) सप्लाई होता है। इसकी कुल जलभराव क्षमता 1666.80 फीट है।