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भाई को बताया था-कैंपस प्लेसमेंट को लेकर तनाव में हूं

भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी (MANIT) के छात्र के शव का सोमवार को पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद शव परिजन को सौंप दिया गया। रविवार को MANIT हॉस्टल के कमरे में छात्र ने फांसी लगा ली थी। दतिया से आए परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पिता दतिया में PWD में अकाउंट्स ऑफिसर हैं।

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उन्होंने बताया कि एडमिशन के बाद आदित्य सोहने (मृतक) की रैगिंग हुई थी, तब वह डिस्टर्ब रहा था। इस दिनों कैंपस प्लेसमेंट को लेकर परेशान था। फैमिली ग्रुप में 21 सितंबर को आखिरी बार वीडियो कॉल पर बात की थी। तब उसके बर्ताव में बदलाव नहीं दिखा। सुसाइड से पहले उसने किसी तरह का कॉल मैसेज और पोस्ट नहीं की।

पुलिस खुदकुशी के सही कारणों की जांच कर रही है। इधर, टीआई निरूपा पांडे ने बताया कि मृतक के साथी छात्रों ने सुसाइड के कारणों की जानकारी होने की बात से इनकार किया है। एफएसएल की टीम से स्पॉट का निरीक्षण कराया। सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों के डिटेल बयान भी दर्ज नहीं किए जा सके हैं।

आदित्य सोहने मैनिट में थर्ड ईयर का स्टूडेंट था।
आदित्य सोहने मैनिट में थर्ड ईयर का स्टूडेंट था।

परिवार का इकलौता बेटा था

मृतक के चचेरे भाई भास्कर सोहने ने बताया कि आदित्य सोहने (22) दतिया का रहने वाला था। MANIT में कम्प्यूटर साइंस थर्ड ईयर में पढ़ रहा था। मैनिट के हॉस्टल नंबर 5 में रहता था। इसी हॉस्टल के कमरे में उसने फांसी लगा ली है। वह परिवार का इकलौता बेटा था। उसकी एक बहन है। पिता बीएन सोहने PWD में अकाउंट्स ऑफिसर हैं। वह दतिया में ही पदस्थ हैं। भास्कर का कहना है कि भाई के साथी छात्रों ने उसके द्वारा कैंपस प्लेसमेंट को लेकर परेशान होने की बात बताई है।

हमें नहीं लगता कि सिर्फ इस कारण उसने इतना बड़ा कदम उठाया होगा। क्योंकि कैंपस दोबारा आने वाले थे। एडमिशन के बाद शुरुआती दिनों में उसने रैगिंग की बात बताई थी। इस बात से भी वह तनाव में आ जाता था। कई बार उसने कैंपस का माहौल खराब होने की जानकारी भी हमें दी है।

बेटे का शव देखकर फफक पड़े पिता

मृतक के पिता बी.एन सोहने सोमवार की सुबह मर्चुरी पहुंचे। 10:30 बजे मर्चुरी का ताला खुलते ही उन्हें बेटे के शव को दिखाया गया। स्ट्रेचर पर बेटे को बेजान देख पिता फफक पड़े। छलकती आंखों से उन्होंने कहा कोई भी परेशानी थी तो एक बार बताता तो मैं तेरे साथ था। ऐसा क्यों किया मेरे बेटे, एक बार मां-पिता को सोच लिया होता।

मृतक के पिता का कहना है कि 21 सितंबर की रात बेटे से आखिरी बार कॉल पर बात की थी। तब बातों से सामान्य लग रहा था। उसने किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया। बेटा पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहता था। उसका बीते तीन सालों में किसी सब्जेक्ट में बैक नहीं था।

लैपटॉप-मोबाइल जब्त

थाना पुलिस और एफएसएल की टीम ने युवक के कमरे का मुआयना किया है। उसके शव की तलाशी भी ली गई। फिलहाल पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने उसका मोबाइल फोन और लैपटॉप कब्जे में ले लिया है।

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