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कांग्रेस नेता रोते हुए पहुंचे कोर्ट:बंद कमरे में हुए बयान; जाते समय बोले- मंत्री मेरी हत्या कराना चाहते

सागर के केंद्रीय जेल में बंद चर्चित कांग्रेस नेता राजकुमार सिंह धनौरा पर हमला कर उनके साथ मारपीट की गई। यह आरोप धनौरा के वकील अजय घई ने जिला अदालत में दिए आवेदन में लगाया है। अतिरिक्त जिला न्यायधीश व विशेष न्यायधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम आलोक मिश्रा की अदालत में वकील घई द्वारा पेश किए गए आवेदन के बाद कोर्ट ने केंद्रीय जेल अधीक्षक मानेंद्र सिंह परिहार को मौखिक आदेश दिए कि गुरुवार को राजकुमार सिंह को अदालत में पेश किया जाए।

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आदेश में गुरुवार दोपहर जेल में बंद कांग्रेस नेता राजकुमार धनौरा को पुलिस सुरक्षा में जिला न्यायालय लाया गया। मामले की सूचना मिलते ही उनके समर्थक न्यायालय परिसर में पहुंच गए। लोगों की भीड़ देख भारी पुलिस बल न्यायालय परिसर में तैनात रहा। धनौरा को न्यायालय में पेश किया जाएगा। न्यायालय में अकेले में राजकुमार के बयान लिए गए। इस दौरान कोर्ट के अंदर अधिवक्ता समेत किसी को भी नहीं जाने दिया। अकेले में करीब 1 घंटे तक राजकुमार के बयान चले। बयानों के बाद धनौरा बाहर आए। जिन्हें पुलिस लेकर जा रही थी। तभी राजकुमार धनौरा ने मीडिया के सामने चिल्लाते हुए कहा कि मंत्री राजपूत मेरी हत्या कराना चाहते हैं। जेल अधीक्षक उनमें शामिल है। 50 साल से हमारा भाजपा का परिवार रहा। जनसंघ से जुड़ा रहा हूं। इसी दौरान पुलिस ने चिल्लाना शुरू कर दिया और धनौरा को जेल वाहन में बैठा दिया।

4 घंटे कोर्ट में रहे धनौरा कोर्ट के आदेश पर गबन के मामले में जेल में बंद राजकुमार सिंह धनौरा को दोपहर करीब 1 बजे जेल वाहन में न्यायालय लाया गया था। जहां वे जेल वाहन से रोते हुए नीचे उतरे और सीधे अंदर चले गए। इसके बाद वे शाम 5 बजे तक न्यायालय में रहे। करीब एक घंटे तक उनके न्यायालय में अकेले में बयान हुए।

राजकुमार को जेल में जान का खतरा धनौरा के अधिवक्ता अजय घई ने बताया कि जेल में राजकुमार धनौरा के साथ मारपीट हुई है। इसी को लेकर न्यायालय में आवेदन लगाया था। आवेदन पर कोर्ट ने राजकुमार को कोर्ट में पेश करने का आदेश जेल प्रबंधन को दिया था। न्यायालय में अकेले में उसके बयान लिए गए हैं। वहां किसी को जान नहीं दिया गया। क्या बयान हुए किसी को नहीं पता। उन्होंने कहा कि अदालत से निवेदन किया था कि जेल में राजकुमार को जान का खतरा है। उसे किसी दूसरे जेल में शिफ्ट किया जाए। भोपाल, ग्वालियर को छोड़कर अन्य किसी जेल में, जहां वह सुरक्षित रहे वहां शिफ्ट कराने का निवेदन किया है।

जेल अधीक्षक जवाब नहीं दे पाए अधिवक्ता अजय घई ने बताया कि जेल अधीक्षक मानवेंद्र सिंह कोर्ट में पेश हुए है। उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति का विवाद हुआ है। बाद में उस व्यक्ति को ले जा रहे थे। तभी अन्य लोगों ने उसके साथ मारपीट की है। इस पर मैंने कहा कि राजकुमार की बैरक दूर थी, फिर भी उसके साथ मारपीट की है। गले में चोट है और कपड़ों पर खून लगा। इन सब बातों पर वह चुप रहे। गबन के मामले में डेढ़ साल से जेल में है बंद दरअसल, राजकुमार सिंह धनौरा के खिलाफ सरपंच रहते हुए ग्राम पंचायत में शासन की राशि का गबन करने का आरोप लगा है। उनके खिलाफ शिकायत पर पुलिस ने जनवरी 2023 में एफआईआर दर्ज की थी। प्रकरण दर्ज होने के बाद से धनौरा फरार थे। कुछ समय बाद उन्होंने न्यायालय में सरेंडर किया। जिसके बाद से वह करीब डेढ़ साल से जेल में बंद हैं। उनकी जमानत नहीं हुई है। इसी बीच जेल में उन पर हमला होने की सूचना आई है।

जेल के अंदर मारपीट होने का लगाया आरोप धनौरा के अधिवक्ता अजय घई ने बताया कि उनके पक्षकार राजकुमार सिंह पर 19 नवंबर की दोपहर 12 से 1 बजे के बीच जेल के अंदर हमला किया गया। उनके साथ मारपीट की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि राजकुमार की हत्या की कोशिश की जा रही है। घई ने राजकुमार सिंह के पुत्र की ओर से अदालत में आवेदन पेश करते हुए कहा कि न्यायहित में कानूनी कार्रवाई करते हुए राजकुमार सिंह को सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि सिंह पर झूठा केस दर्ज किया गया है और उन पर पहले भी हमले हो चुके हैं। कोर्ट में पेश आवेदन में यह भी मांग की गई कि केंद्रीय जेल में हुए हमले के लिए जिम्मेदार दोषियों और आरोपियों पर भी कार्रवाई की जाए। आवेदन के बाद न्यायालय ने जेल प्रबंधन को राजकुमार धनौरा को गुरुवार को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया था।

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