52 जिला मुख्यालयों में हो रही काउंटिंग की तैयारी
4 जून को होने वाली मतगणना के लिए प्रदेश के 52 जिला मुख्यालयों में कलेक्टर तैयारियां करा रहे हैं। इसके लिए मतगणना दलों को ट्रेनिंग देने के साथ मतगणना एजेंट्स को भी लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के आधार पर प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा है। इस बीच मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भी अपने दफ्तर के अफसरों के साथ अलग-अलग जिला मुख्यालयों में स्ट्रांग रूम की व्यवस्था और मतगणना की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पहुंच रहे हैं। इसके लिए अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी समेत उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कैडर के अफसरों को जिलों में भेजा जा रहा है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन इंदौर में मतगणना स्थल का निरीक्षण करने के लिए गुरुवार को इंदौर पहुंचने वाले हैं। इसके अलावा उनका सीहोर और देवास के मतगणना स्थलों व स्ट्रांग रूम का इंस्पेक्शन किया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने सीहोर जिला मुख्यालय में विधानसभावार बनाए गए मतगणना कक्षों में जाकर तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही डाक मतपत्रों की गणना के लिए की जा रही तैयारियों, स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था को भी देखा। उन्होंने मतगणना टेबिल, मतगणना कार्य में संलग्न अमले की संख्या, सुरक्षा व्यवस्था, डाक मतपत्रों की संख्या आदि के बारे में जानकारी ली। साथ ही मतगणना स्थल परिसर में प्र्त्याशियों के प्रतिनिधियों के लिए स्ट्रॉंग रूम का सीसीटीवी लाइव डिस्प्ले तथा कक्ष से ही स्ट्रांग रूम की मॉनिटरिंग संबंधी व्यवस्था को देखा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने निर्देश दिए कि लोकसभा चुनाव की मतगणना 4 जून 2024 को सुबह 8 बजे से मतगणना प्रारंभ होगी। उन्होंने मतगणना के दिन विद्युत की सतत् आपूर्ति हो और किसी भी वजह से मतगणना कार्य प्रभावित न हो, यह व्यवस्ता करने के निर्देश दिए। इसके पहले अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल ने नरसिंहपुर और मंडला जिला मुख्यालयों में बनाए गए स्ट्रांग रूम और मतगणना स्थल का जायजा लिया है। साथ ही संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मनोज खत्री भी कुछ जिलों का दौरा कर चुके हैं। यहां पदस्थ संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विवेक श्रोत्रिय और तरुण राठी के अलावा उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों को भी एक जून तक जिलों में भेजने की तैयारी है।
राउंड की डिटेल और टेबिल का ब्यौरा ले रहे अधिकारी
मतगणना स्थलों का जायजा लेने के दौरान अधिकारियों की टीम मतगणना के राउंड और यहां लगाई जाने वाली टेबिलों की संख्या के बारे में भी जानकारी ले रही है। साथ ही कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारियों से यह भी पूछा जा रहा है कि स्ट्रांग रूम में सख्त सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं? कलेक्टरों द्वारा बताए जाने वाले सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी भी मौके पर जाकर ली जा रही है। इसके साथ ही चुनाव आयोग की मंशा के मुताबिक मतगणना स्थल को लेकर प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के प्रतिनिधिमंडल से भी ये अधिकारी चर्चा कर रहे हैं ताकि प्रत्याशी को चुनाव आयोग की व्यवस्था को लेकर किसी तरह का असमंजस न रहे।