(DPSS) ने ओबीसी वर्ग के लिए 52% आरक्षण और छात्र संघ चुनाव की बहाली की मांग की। संगठन ने मंगलवार को भोपाल की सड़कों पर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता विधानसभा घेराव के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें शिवाजी चौराहे पर ही रोक दिया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
27% की भीख नहीं, 52% हक चाहिएप्रदर्शन से पहले सिंधु भवन में जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संगठन के राष्ट्रीय संयोजक दामोदर सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी की मोहन सरकार और कांग्रेस, दोनों ही ओबीसी समाज को गुमराह कर रही हैं। हमारी संख्या 52% है तो आरक्षण भी उतना ही चाहिए। यह कोई मांग नहीं, हमारा संवैधानिक अधिकार है।

निजी क्षेत्र में भी आरक्षण लागू करने की मांग दामोदर सिंह यादव ने कहा कि चाहे ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा का मामला हो या भिंड में किसानों की जमीन पर कब्जा। यहां तक की भोपाल में जाति प्रमाण पत्र बनवाने में होने वाली परेशानी। DPSS हर मुद्दे पर सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ेगा। साथ ही उन्होंने निजी क्षेत्र में भी आरक्षण लागू करने की मांग दोहराई।
प्रदेश अध्यक्ष बलबहादुर बघेल ने कहा-
बीजेपी के तीन मुख्यमंत्री ओबीसी वर्ग से रहे हैं। फिर भी समाज को उनका अधिकार नहीं मिला। इसलिए अब हमें सड़कों पर उतरना पड़ा है। संगठन ने ऐलान किया कि जब तक ओबीसी वर्ग को 52% आरक्षण और छात्र संघ चुनाव की बहाली नहीं मिलती आंदोलन जारी रहेगा।