दुकानों पर नाम लिखवाने पर कांग्रेस बोली- नफरत की पॉलिटिक्स
उत्तर प्रदेश के बाद मध्यप्रदेश के उज्जैन में दुकानों पर संचालकों के नाम, जाति सहित पूरा विवरण लिखवाने के सरकार के आदेश पर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी एवं विधायक फूलसिंह बरैया ने इसका विरोध किया है। दूसरी ओर, उज्जैन नगर निगम के सहायक जनसंपर्क आयुक्त ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि निगम ने किसी प्रकार का कार्यपालिक आदेश जारी नहीं किया है।। उन्होंने कहा कि नगर निगम किसी प्रकार क कोई कार्रवाई नहीं करने जा रही है।
वहीं, इंदौर से बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला ने सीएम डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर एमपी में हर दुकान पर संचालक का नाम लिखने को लेकर नियम बनाने का अनुरोध किया है।
बीजेपी किसी दिन पूछेगी की टीचर किस समाज
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने रविवार को भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की जॉइनिंग के मौके पर कहा-जल्द ही बीजेपी किसी दिन पूछेगी की टीचर किस समाज का है। किसे पढ़ाएगा।
वहीं, फूल सिंह बरैया ने कहा कि ये लोग ब्लड डोनेट करने वाले से भी पूछेंगे की उसकी जाति क्या है। बीजेपी एक ऐसा विचार है जो सत्ता को धन के बल पर या बंटवारे के बल पर चाहती है। अभी बीजेपी ने उज्जैन में दुकान पर संचालकों का नाम लिखवाने का आदेश दिया। दुकानों पर नाम, प्रोपराइटर लिखने की व्यवस्था तो पहले से ही है। प्रशासन जब दुकान की अनुमति देता है तो उसमें यह लिखा होता है कि दुकान का प्रोपराइटर कौन है। लेकिन, बीजेपी घृणा और नफरत फैलाना चाहती है। किसी दिन ये पूछेंगे कि ब्लड किस जाति का है। ये टीचर की भी जाति पूछेंगे की किस जाति का है। किसको पढ़ाएगा, किसको नहीं।