एजुकेशन लोन में बैंक गारंटी मिलने का सच
मोहन यादव सरकार के पहले बजट में खुलासा हुआ है कि पिछले साढे़ तेरह साल में एमपी के सिर्फ 109 स्टूडेंट्स को हायर स्टडी के लिए लोन पर सरकार ने बैंक गारंटी दी है। यह लोन मेडिकल एजुकेशन, टेक्निकल एजुकेशन और आयुष की पढ़ाई के लिए हायर स्टडी करने वाले स्टूडेंट्स को दिया गया है।
बजट में उच्च शिक्षा के लिए दी गई बैंक गारंटी की जानकारी दी गई। 31 मई 2024 तक की स्थिति में जिन छात्रों को हायर स्टडी के लिए लोन पर बैंक गारंटी दी गई है उनकी संख्या 109 है।
सबसे पहली बैंक गारंटी 20 फरवरी 2011 को जबलपुर के शिवल दुबे को 4 लाख 45 हजार के एजुकेशन लोन पर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए मिली थी। इसके बाद सबसे अंतिम बैंक गारंटी 3 मार्च 2023 को रीवा के डॉ. अब्दुल हसीब खान को 30 लाख के लोन पर मेडिकल की पढ़ाई के लिए मिली है।
सबसे अधिक बैंक गारंटी मेडिकल पढ़ाई के लिए दी
शिवराज सरकार के कार्यकाल में सबसे अधिक बैंक गारंटी मेडिकल की पढ़ाई के लिए दी गई। 13 साल के अंतराल में 93 स्टूडेंट्स को मेडिकल स्टडी और 14 को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए लोन पर बैंक गारंटी दी गई। एक स्टूडेंट को आयुष और एक को उच्च शिक्षा स्टडी पर लिए गए लोन पर बैंक गारंटी मिली है।
कमलनाथ सरकार ने भी दी तीन स्टूडेंट को बैंक गारंटी
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद शुरुआत में बैंकों ने लोन देने से ही मना कर दिया था लेकिन बाद में शिवराज ने राज्य सरकार के अफसरों और बैंकर्स को इस पर सख्ती से अमल करने की हिदायत दी।
तब जाकर लोन लेने वाले स्टूडेंट्स को बैंक गारंटी मिलना शुरू हुई लेकिन 13 साल में जितना आंकड़ा होने की उम्मीद थी, उसके अनुरूप बैंक गारंटी नहीं मिली है। इस दौरान सवा साल के लिए कांग्रेस की कमलनाथ सरकार बनी थी। कमलनाथ सरकार में भी तीन विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन पर बैंक गारंटी दी गई।
16.94 करोड़ के लोन पर मिली है गारंटी
जिन विद्यार्थियों को बैंक गारंटी मिली है उनके द्वारा 16 करोड़ 94 लाख 44 हजार 900 रुपए का लोन बैंकों से लिया है। इन स्टूडेंट्स के लिए सरकार ने 13 करोड़ 55 लाख 55 हजार 920 रुपए की बैंक गारंटी दी है।