पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को जान से मारने की धमकी मिली है। 25 जुलाई को सुबह 9:10 बजे एक नंबर से उन्हें कॉल आया। फोन करने वाले शख्स ने कहा- गोविंद सिंह तू जल्दी मरने वाला है, तेरा घर भी तोड़ दिया जाएगा।
इस धमकी भरे कॉल के बाद डॉ. गोविंद सिंह ने डीजीपी से लिखित शिकायत की है। बताया है कि एक जनप्रतिनिधि को इस तरह धमकी देना लोकतंत्र की गरिमा के खिलाफ है और प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। कॉलर की पहचान कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाना चाहिए।
गोविंद सिंह ने कहा कि मेरे पास उत्तरप्रदेश के नंबर से कॉल आया था। कॉलर ने अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए कहा, ‘तू जल्दी मरने वाला है।’
उन्होंने कहा कि कॉलर ने यह भी धमकी दी कि मेरा मकान तोड़ दिया जाएगा। फोन पर शैलेंद्र चौहान नाम और उत्तरप्रदेश का विवरण प्रदर्शित हुआ है।
लहार की कोठी को लेकर विवाद गोविंद सिंह की भिंड जिले के लहार में बनी कोठी को लेकर विवाद है। एक साल पहले 4 जुलाई को लहार के ही रहने वाले बाबूलाल टैगोर और अन्य स्थानीय लोगों ने एसडीएम से पूर्व नेता प्रतिपक्ष पर आम रास्ते पर अतिक्रमण करने की शिकायत की थी। जिसके बाद राजस्व विभाग की टीम 18 जुलाई को सीमांकन करने डॉ. गोविंद सिंह की कोठी पर पहुंची थी, लेकिन पूरे दिन की कड़ी मशक्कत के बाद ठीक तरीके से चारों प्वाइंट न मिलने से नाप नहीं हो सकी थी।
इसके बाद डॉ.गोविंद सिंह के बेटे डॉ.अमित प्रताप सिंह ने ग्वालियर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीमांकन रद्द करने की मांग की थी लेकिन हाईकोर्ट ने याचिका रद्द करते हुए प्रशासन को शीघ्र सीमांकन कर रास्ता क्लियर करने के निर्देश दिए थे।
मंच पर फूट-फूटकर रोए थे पूर्व नेता प्रतिपक्ष एक साल पहले कांग्रेस नेताओं ने भिंड जिले के लहार में प्रदर्शन किया था। तब डॉ. गोविंद सिंह ने मंच पर बैठे कांग्रेस नेताओं की तरफ देखकर रोते हुए कहा था कि आप लोग मेरी मदद भले ना करें, लेकिन जिन लोगों ने कांग्रेस पार्टी के लिए खून-पसीना बहाया है, उन पर हो रहे जुल्म के खिलाफ आप लोग उनकी मदद करें।
गोविंद सिंह ने कांग्रेस नेता की एक फोटो भी दिखाई। उनका आरोप है कि पुलिस ने उसकी पिटाई की है। उन्होंने कहा था कि लहार में अन्याय सिर्फ हमारे साथ ही नहीं, बल्कि आम जनता के साथ भी किया जा रहा है। हमें अपनी परवाह नहीं है, बल्कि कार्यकर्ता की चिंता है। उन्होंने मंच पर बैठे नेताओं से लहार क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सुरक्षा की गुहार लगाई है।
डॉ. गोविंद सिंह ने आरोप लगाया था कि भिंड जिले के कलेक्टर और एसपी अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। वे अपने पद की गरिमा को खोकर भाजपा के एजेंट बनकर काम कर रहे हैं। कलेक्टर ने जबरन गलत कार्रवाई करते हुए मेरे घर में जबरन 200-300 जवान घुसा दिए। अगर हमारे कार्यकर्ताओं पर अत्याचार होगा तो हम शांत नहीं होंगे। हमारे कार्यकर्ता पर अत्याचार होने पर इंकलाब का आगाज होगा।

धमकी भरा पत्र भेजा, कि अपनी नेतागिरी बंद करो इस दौरान डॉ. गोविंद सिंह ने एक चिठ्ठी का जिक्र करते हुए कहा था कि मुझे एक धमकी भरा हुआ पत्र भेजा गया कि अपनी नेतागिरी बंद कर दो, तुम्हारी मृत्यु नजदीक है।