गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव, भगत सिंह से तुलना
मुंबई: महाराष्ट्र की उत्तर भारतीय विकास सेना ने विवादास्पद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का औपचारिक प्रस्ताव दिया है। पार्टी के अध्यक्ष सुनील शुक्ला द्वारा बिश्नोई को लिखे गए एक पत्र में उनकी तुलना महान क्रांतिकारी भगत सिंह से की गई है, जिससे यह मुद्दा और अधिक गरम हो गया है।
पत्र में शुक्ला ने बिश्नोई की सराहना करते हुए उन्हें एक “क्रांतिकारी” बताया और विश्वास जताया कि राजनीति में उनकी भागीदारी से महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकते हैं। उन्होंने लिखा, “हमारा प्रस्ताव है कि आप महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ें। उत्तर भारतीय विकास सेना आपके अभियान का समर्थन करने के लिए तत्पर है, और आपकी जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।”
शुक्ला ने अपने पत्र में बिश्नोई की पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी उत्तर भारतीय जड़ों से पार्टी की विचारधारा मेल खाती है और यह प्रस्ताव उन उत्तर भारतीयों के अधिकारों की रक्षा के लिए है जो महाराष्ट्र में रहते हैं। पार्टी ने बिश्नोई के समर्थन में यह कहते हुए विश्वास जताया कि उनकी लोकप्रियता और प्रभाव राजनीतिक जीत का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।
बिश्नोई की आपराधिक पृष्ठभूमि
लॉरेंस बिश्नोई, जो वर्तमान में जेल में बंद है, पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में तब आए थे जब उन्हें पंजाबी गायक और कांग्रेस सदस्य सिद्धू मूसेवाला की हत्या से जोड़ा गया था। यह हत्या 29 मई 2022 को हुई थी, जिसे गैंगवार का नतीजा बताया गया था। इसके बाद, बिश्नोई और उनका गिरोह लगातार विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। हाल ही में, उन्होंने पूर्व विधायक और बॉलीवुड सितारों के करीबी माने जाने वाले नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी, जिससे पूरे देश में सनसनी फैल गई थी।
राजनीतिक दल का समर्थन
हालांकि बिश्नोई की आपराधिक पृष्ठभूमि और उनके खिलाफ जारी जांच के बावजूद, उत्तर भारतीय विकास सेना का मानना है कि उनकी लोकप्रियता और विचारधारा महाराष्ट्र में उत्तर भारतीय समुदाय के बीच राजनीतिक समर्थन जुटा सकती है। पार्टी का तर्क है कि बिश्नोई, जो पंजाब में जन्मे एक उत्तर भारतीय हैं, उनकी पहचान उन मुद्दों से जुड़ी है जिनका सामना महाराष्ट्र में रहने वाले उत्तर भारतीयों को करना पड़ता है।
शुक्ला ने पत्र में कहा, “आपकी उपस्थिति से राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव आ सकते हैं, और हमारी पार्टी इस बदलाव को समर्थन देने के लिए तैयार है।”
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
लॉरेंस बिश्नोई को राजनीतिक प्रस्ताव दिए जाने की खबर से राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। कई लोगों ने इस तुलना को अनुचित और अनैतिक बताया है, खासकर जब इसे महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के साथ जोड़कर देखा जा रहा है।
जहां एक ओर कुछ लोग इसे अपराधियों के राजनीति में प्रवेश के रूप में देख रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बिश्नोई के समर्थक इसे उनके सामाजिक प्रभाव और पहचान की जीत के रूप में देख रहे हैं।
अब सवाल यह है कि बिश्नोई इस प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे या नहीं, और अगर वे चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो यह कदम राजनीति और अपराध की जटिलता को कैसे प्रभावित करेगा।