जबलपुर के गढ़ा में बीजेपी नेता के होटल में चल रहे हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। यहां कोलकाता, असम, झारखंड और छत्तीसगढ़ से लड़कियों को बुलाया जाता था। ये भी आरोप है कि इन लड़कियों को नेताओं और अधिकारियों तक पहुंचाया जाता था।
इस हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट को भाजपा नेता अतुल चौरसिया और उसका साथी शीतल दुबे चला रहा था। इसका खुलासा असम की एक की महिला की शिकायत के बाद हुआ। महिला ने पुलिस को बताया कि उसे झांसा देकर जबलपुर लाया गया, जिसके बाद यहां देह व्यापार में झोंक दिया।

नेताओं-अफसरों तक जाती थीं लड़कियां 32 वर्षीय पीड़िता ने बताया कि तीन साल पहले असम में मनीषा नाम की महिला ने उसे अच्छी नौकरी का झांसा देकर जबलपुर बुलाया था। यहां भाजपा नेता अतुल चौरसिया के होटल अतिथि में उसे ठहराया गया और फिर मजबूरी का फायदा उठाकर जिस्मफरोशी में धकेल दिया गया।
पीड़िता ने बताया कि यहां लड़कियों को नेताओं, अधिकारियों और अन्य रसूखदारों के पास भेजा जाता था। हर रात अलग-अलग गाड़ियों से लोग आते, लड़कियों को उनके कमरों तक पहुंचाया जाता और सुबह बिना किसी रिकॉर्ड के वे लोग चले जाते।

कोलकाता-असम-झारखंड से आती थीं लड़कियां पीड़िता के अनुसार यह धंधा पिछले तीन सालों से चल रहा था। लड़कियां दूसरे राज्यों से मंगाई जाती थीं। होटल का स्टाफ भी पूरी तरह इस रैकेट में शामिल था। ग्राहक की पसंद के अनुसार लड़की भेजी जाती थी। अधिकतर ग्राहक रसूखदार होते थे, जिनके नाम पूछने की इजाजत किसी को नहीं थी, लेकिन उनके तौर-तरीकों और गाड़ियों से उनकी पहचान स्पष्ट थी।

शीतल था मुख्य दलाल, खुद को किन्नर बताता इस रैकेट का दूसरा मुख्य आरोपी शीतल दुबे (38), जो डिंडौरी जिले का रहने वाला है। शीतल खुद को किन्नर बताता है। वह भाजपा नेता अतुल के संपर्क में था और लड़कियों की व्यवस्था, उनकी ट्रेनिंग, ग्राहकों से सौदे और रसूखदारों तक इन्हें पहुंचाने का जिम्मा उसके पास था। वह खुद ग्राहकों से डील करता और उनका भरोसेमंद एजेंट था।
ग्राहक से 10 हजार रुपए तक वसूले जाते थे पीड़िता ने बताया, ग्राहक से एक बार के लिए 3 हजार से 10 हजार रुपए तक वसूले जाते थे, जबकि लड़की को मात्र 500 से 1000 रुपए दिए जाते थे। इस पूरे सिस्टम में दलालों, होटल संचालक और अन्य कर्मचारियों की मोटी कमाई होती थी, जबकि लड़कियों को बंधुआ बना दिया जाता था।

असम की महिला को कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा 18 मई को जब महिला ने रैकेट में काम करने से इनकार किया तो शीतल दुबे और उसके साथियों ने उसे होटल के एक कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा। फिर उसे होटल से बाहर निकाल दिया गया। इसके बाद वह सीधे गढ़ा थाने पहुंची और पूरी कहानी पुलिस को बताई। महिला ने यह भी बताया कि वह बीते छह महीने से अपनी शिकायत लेकर पुलिस थाने के चक्कर काट रही थी, लेकिन अतुल की राजनीतिक पकड़ के कारण सुनवाई नहीं हो रही थी।
छापामारी में अतुल गिरफ्तार, शीतल फरार गढ़ा थाना पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए भाजपा नेता अतुल चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया है। उसे कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। दूसरी ओर, आरोपी शीतल दुबे फरार है, जिसकी तलाश में नरसिंहपुर, डिंडौरी, मंडला और आरोपी शीतल दुबे फरार है, जिसकी तलाश में नरसिंहपुर, डिंडौरी, मंडला और भोपाल में पुलिस टीमें रवाना की गई हैं। पुलिस इस रैकेट से जुड़े अन्य सहयोगियों और होटल स्टाफ से भी पूछताछ कर रही है।
भाजपा ने अतुल चौरसिया को निष्कासित किया मामले के तूल पकड़ते ही भाजपा ने अतुल चौरसिया को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। हालांकि गिरफ्तारी से पहले अतुल ने खुद को निर्दोष बताते हुए बयान जारी किया था कि महिला झूठ बोल रही है और उसे कोई उकसा रहा है, लेकिन पुलिस के पास मौजूद सबूत और पीड़िता के बयान ने उसकी सच्चाई उजागर कर दी।