सतना, जबलपुर, जगदलपुर, रायपुर और दिल्ली में आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी में 200 करोड़ रुपए की अघोषित आय का खुलासा हुआ है। इस टैक्स चोरी की जांच पांच शहरों के 44 ठिकानों पर की गई थी। सभी कारोबारी बिजनेस के चलते आपस में जुड़े हुए थे। अफसरों ने इनके यहां से 6.50 करोड़ रुपए की ज्वेलरी और नकदी जब्त की है। सतना में पड़े छापे में पांच बड़े कारोबारी नरेश गोयल, सुनील सेनानी, अतुल मेहरोत्रा, संतोष गुप्ता और सीताराम अग्रवाल शामिल हैं। आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने 4 मार्च को सतना समेत पांच शहरों में छापे मारे थे। गाड़ियों में शादी के स्टिकर लगाकर पहुंची इनकम टैक्स टीम ने पांच दिन तक जांच के बाद सर्च पूरी कर ली है।
सोमानी के मॉल के वैल्यूएशन करा रहा इनकम टैक्स
आयकर विभाग के महानिदेशक इन्वेस्टिगेशन सतीश गोयल ने बताया कि इस कार्रवाई में सोमानी ग्रुप के मॉल का वैल्यूएशन कराया जा रहा है। इसके अलावा बाकी कारोबारियों के एक होटल और दो घरों का भी वैल्यूएशन कराया जा रहा है। अगर इन प्रॉपर्टीज की वैल्यू कारोबारियों द्वारा बताई गई राशि से अधिक आई तो टैक्स चोरी का आंकड़ा और बढ़ सकता है।

50 लाख के फ्लैट में 25 लाख का कैश लेन-देन
आयकर महानिदेशक सतीश गोयल के निर्देश पर प्रधान आयकर निदेशक अमरेश सिंह, संयुक्त निदेशक जीके शर्मा की टीमों ने जांच की। यहां कैश में काफी लेनदेन मिला। 50 लाख रुपए के फ्लैट में 25 लाख रुपए का कैश भुगतान किया गया। इसके अलावा सिविल कांट्रेक्टर मेहरोत्रा के यहां से भारी मात्रा में बोगस बिल जब्त किए गए। इनके यहां कर्मचारी के नाम पर फर्म बनाकर बोगस बिल तैयार किए जा रहे थे। अन्य कारोबारी रामा ग्रुप के यहां से भी स्टील के काम में बोगस परचेजिंग का खुलासा हुआ है। इन ग्रुपों के यहां हुई कार्रवाई में इन्वेस्टमेंट के भी डाक्यूमेंट्स मिले हैं, जिसकी पड़ताल की जा रही है।

सीढ़ी लगाकर घर में घुसे थे अफसर, बीमार हुआ एक कारोबारी
सतना में जांच के दौरान सीताराम अग्रवाल के यहां पहुंची टीम को घर में घुसने नहीं दिया गया। इसके बाद टीम गेट पर सीढ़ी लगाकर अंदर घुसी थी। इसी कार्रवाई के दौरान कांट्रेक्टर अतुल मेहरोत्रा को बीमार होने पर अस्पताल ले जाया गया था। जांच टीम को इनके ठिकानों से भारी मात्रा में ज्वैलरी मिली थी। जिसमें से लिमिट के दायरे में आने वाली ज्वैलरी को छोड़ बाकी को जब्त किया गया है।
