Indore News: इंदौर नगर निगम के इंजीनियरों ने कबाड़ से बनाया वीड हार्वेस्टर
Indore News: हर्षल सिंह राठौड़, इंदौर। इंदौर शहर के तालाबों से जलकुंभी की सफाई करने के लिए नगर निगम हर महीने एक लाख रुपये किराये पर मशीन ले रहा है। नगर निगम वर्कशाप के छह इंजीनियरों ने कबाड़ से जुगाड़ कर वीड हार्वेस्टर (जलकुंभी निकालने की मशीन) बना ली। जो मशीन किराये पर ली जा रही थी उसकी कीमत दो करोड़ रुपये है। निगम के इंजीनियरों ने 15 लाख की लागत में मशीन बना दी। शहर के छोटे सिरपुर तालाब में जलकुंभी हटाने के लिए किराये का हार्वेस्टर उपयोग किया जा रहा था।
निगम का पैसा बचाने के लिए वर्कशाप के इंजीनियरों ने पहल की और यहां पड़े अनुपयोगी सामान से वीड हार्वेस्टर बनाने का प्रस्ताव दिया। निगम अफसरों ने इसकी मंजूरी दे दी। डेढ़ माह में छह इंजीनियरों ने वीड हार्वेस्टर तैयार कर ली। सिरपुर तालाब में आठ दिन तक इसका परीक्षण भी किया, जो सफल रहा।
ऐसी है जुगाड़ की मशीन
– 8 फीट चौड़ी 14 फीट लंबी नाव बनाकर इसे तैयार किया गया है।
– नाव में 10 ड्रम लगाकर उसे लोहे की चादर से ढंका गया।
– 30 एचपी का इंजन लगाया गया है।
– हाइड्रोलिक पंप लगाया।
– दोनों ओर लोडर लगाए, जिससे जलकुंभी को किनारे लाया जा सके।
– हार्वेस्टर का वजन 17 सौ किलो है।
इंदौर शहर के तालाब के अनुरूप किया बदला
इंदौर नगर निगम के वर्कशाप प्रभारी इंजीनियर मनीष पांडे बताते हैं इस हार्वेस्टर में स्थानीय तालाब के अनुरूप कुछ बदलाव किए गए हैं। कन्वेयर बेल्ट के स्थान पर लोडर लगाया है। यहां के तालाब की संरचना ऐसी नहीं कि कन्वेयर बेल्ट वाले हार्वेस्टर की जरूरत पड़े। लोडर की मदद से जलकुंभी को धकेलकर किनारे तक लाकर हटाया जाता है। वे बताते हैं नई सामग्री खरीदकर भी इसे तैयार किया जाए तो लागत करीब 16 से 17 लाख रुपये आएगी।