पार्थ के 15 और ठिकानों पर छापे की तैयारी
Delhi.कोलकाता के जोका स्थित ESIC हॉस्पिटल में अर्पिता कार से पहुंची थीं। वहां पहुंचते ही गाड़ी में बैठकर रोने लगीं, उन्हें जवानों ने गाड़ी से नीचे उतारा तो रोड पर बैठ कर रोने लगीं।शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को शुक्रवार को तीसरी बार मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल ले जाने के दौरान अर्पिता मुखर्जी की तबीयत बिगड़ गईं। दरअसल, अर्पिता कार में ही रोने लगी और बाहर निकलकर सड़क पर बैठ गई। वहीं अस्पताल पहुंचे पूर्व मंत्री पार्थ ने कहा कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है।120 करोड़ रुपए का है शिक्षक भर्ती घोटालाED ने कोर्ट में कहा है कि यह पूरा घोटाला 120 करोड़ रुपए का है। इसमें सिर्फ टीचर्स रिक्रूटमेंट के पैसे हैं। अभी ED की टीम 15 जगह और रेड कर सकती है। वहीं विधायक माणिक भट्टाचार्य ने तबीयत खराब होने का हवाला देकर शुक्रवार को पेश होने से इनकार कर दिया।रियल एस्टेट से जुड़े दस्तावेज भी मिलेED सूत्रों ने बताया कि पार्थ चटर्जी गिरफ्तारी के बाद 5 दिन तक केवल ग्रीन टी और बिस्कुट लेते रहे। बुधवार रात को उन्होंने दाल-रोटी खाई थी। गुरुवार शाम उनके चिनारपार्क और नयाबाद के फ्लैटों की भी तलाशी ली गई।सूत्रों के मुताबिक, इन जगहों से 2 रियल एस्टेट से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। जांच में सामने आया है कि शिक्षक भर्ती घोटाले से मिली रकम रियल एस्टेट में लगाई जा रही थी। अर्पिता के फ्लैट से एक गोल्ड रिंग भी एजेंसी को मिली है, जिस पर P लिखा है। एजेंसी इस रिंग के बारे में भी उनसे सवाल करेगी।