भोपाल जिला अस्पताल (जय प्रकाश) में इमरजेंसी में इलाज कराना मुश्किल हो गया है। यह स्थिति तब है जब डॉक्टर, स्टाफ, दवाइयां तक उपलब्ध हैं। इसकी वजह है अस्पताल में अंदर जाने और बाहर आते वक्त पार्किंग कर्मचारियों द्वारा दुर्व्यवहार। अस्पताल के स्टाफ ने ही शुक्रवार को इससे जुड़ा एक वीडियो बनाया है।
उन्होंने बताया कि यह रोज की स्थिति है। पार्किंग कर्मचारी रात होते ही शराब पी लेते हैं। इसके बाद आने-जाने वाले मरीजों और परिजनों से अभद्रता करते हैं, गालियां देते हैं। प्रबंधन से कई बार शिकायत की गई है। हर बार शिकायत होने पर एक-दो दिन के लिए सुधार आता है। इसके बाद फिर पुरानी स्थिति बनने लगती है।मामले में प्रबंधन का कहना है कि उनके पास अभी कोई शिकायत नहीं आई है। हालांकि, वे मामले की जांच कराएंगे। इस तरह की गतिविधि अस्पताल में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

वीडियो… बैरियर गिरा कर वाहनों को रोका शुक्रवार रात 11:45 बजे पार्किंग कर्मचारियों ने अस्पताल के गेट पर लगे बैरियर को गिरा दिया। जिससे आने-जाने का रास्ता बंद हो गया। ऐसे में एक ऑटो, जिसमें एक महिला मरीज व दो परिजन सवार थे और चार बाइक जिसमें अन्य मरीज और उनके परिजन थे, फंसे रहे। कर्मचारी इतने नशे में था कि उसे पता नहीं चल रहा था कि लोग उसे 10 का नोट दे रहे हैं या 20 का। वह सबसे पैसे लेने के बाद एक-एक कर सारे नोट बार-बार देख रहा था।
ऑटो से एक बार पैसे लेने के बाद फिर पार्किंग की पर्ची और शुल्क मांगने लगा। इधर, ऑटो में सवार महिला मरीज को पेट में तीव्र दर्द के कारण हमीदिया रेफर किया गया था। देरी होने से परिजन ने पार्किंग कर्मचारी को बैरियर उठाने को कहा तो वह भड़क उठा और अभद्रता करने लगा। यही नहीं, उसने इंतजार कर रहे लोगों को गालियां भी दीं। यह पूरा ड्रामा करीब 10 मिनट तक चला। इसके बाद एक आरोपी की जांच कराने के लिए आए पुलिस वाले ने मामले को शांत कराया।
आरोप… पार्किंग को बनाया शराबियों का अड्डा
अस्पताल के स्टाफ ने आरोप लगाया है कि इन कर्मचारियों ने पार्किंग को शराब पीने का अड्डा बना रखा है। वे खुद के साथ आस-पास की बस्ती में रहने वालों को भी यहां बुला लेते हैं। जेपी अस्पताल की पार्किंग को शराबियों का अड्डा बना दिया गया है। यही कारण है कि रात में महिला डॉक्टर और महिला स्टाफ अस्पताल में ड्यूटी से बचते हैं।
जेपी अस्पताल के आने-जाने के रास्ते में अंधेरा
अस्पताल के मेन गेट से बैरियर तक और बैरियर से सिविल सर्जन कक्ष तक रात में अंधेरा रहता है। स्ट्रीट लाइट लगी हैं, लेकिन जलती नहीं हैं। पार्किंग के पास, डायरेक्टरेट और सीएमएचओ के आसपास भी अंधेरा ही रहता है। इसका फायदा कई व्यक्ति नशा करने के लिए उठाते हैं।
पहले भी हो चुकी ऐसी घटनाएं
- जुलाई 2023: जेपी अस्पताल परिसर में पार्किंग कर्मचारियों ने एक युवक की जमकर पिटाई कर दी थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। वीडियो में कर्मचारी युवक के साथ मारपीट करते और उसके कपड़े फाड़ते नजर आए थे। यह घटना भी रात डेढ़ बजे के करीब की थी।
- अक्टूबर 2024: अस्पताल में रात में ड्यूटी डॉक्टर से कर्मचारी ने शराब के नशे में मारपीट की थी। कर्मचारी शराब के नशे में एसएनसीयू वार्ड में पहुंच गया था। ड्यूटी डॉक्टर ने उससे कहा था कि नशे में हो, अंदर मत आना। इस पर वह भड़क गया और मारपीट की थी।
- फरवरी 2024: यह घटना सुबह 11 बजे की थी। बैरियर खोलने वाला पार्किंग कर्मचारी नशे में था। एक युवक ने जब उससे गेट खोलने के लिए कहा तो कर्मचारी युवक को घूरने लगा। युवक ने जैसे ही बाइक आगे बढ़ाई, नशे में चूर कर्मचारी गाली-गलौज करने लगा था। मामले की शिकायत परिजनों द्वारा सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव से की गई थी तो दोपहर 12:25 बजे कर्मचारी को हटा दिया गया था।