देश के नाम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अंतिम संबोधन
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल आज मध्यरात्रि में खत्म हो रहा है। इससे पहले उन्हें राष्ट्रपति के रूप में देश को अंतिम बार संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कानपुर देहात जिले के परौंख गांव का एक साधारण परिवार का रामनाथ कोविंद आज देशवासियों को संबोधित कर रहा है, इसके लिए मैं अपने देश की जीवंत लोकतांत्रिक व्यवस्था की शक्ति को शत-शत नमन करता हूं।
5 साल पहले, मैं आपके चुने हुए जनप्रतिनिधियों के माध्यम से राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था। राष्ट्रपति के रूप में मेरा कार्यकाल आज समाप्त हो रहा है। मैं आप सभी और आपके जन प्रतिनिधियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं। निष्ठावान नागरिक ही देश के निर्माता हैं। राष्ट्रपति के कार्यकाल के दौरान अपने पैतृक गांव का दौरा करना और मेरे कानपुर स्कूल में बुजुर्ग शिक्षकों का आशीर्वाद लेने के लिए उनके पैर छूना हमेशा मेरे जीवन के सबसे यादगार पलों में से एक होगा। अपनी जड़ों से जुड़े रहना भारतीय संस्कृति की विशेषता है। मैं युवा पीढ़ी से अनुरोध करूंगा कि वे अपने गांव या कस्बे और अपने स्कूलों और शिक्षकों से जुड़े रहने की इस परंपरा को जारी रखें।
आज वो महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट पहुंचे थे। उन्होंने यहां पर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले संसद के सेंट्रल हॉल में शनिवार को उन्होंने सांसदों को संबोधित किया। विदाई समारोह में कोविंद ने सभी पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में काम करने की नसीहत दी थी।