जिस रास्ते पर श्मशान वो कच्ची, कीचड़ से गुजरी शवयात्रा
बारिश में चिता पर अस्थाई टीनशेड डालकर अंतिम संस्कार करने के मामले के बाद अब भोपाल में कच्चे रास्ते से शवयात्रा ले जाने का वीडियो सामने आया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया है। जिसमें लोग खेत की मेढ़ और कीचड़ से शवयात्रा ले जाते नजर आ रहे हैं।
भोपाल की गोलखेड़ी ग्राम पंचायत के कांच बाबली गांव का यह मामला है। गांव से श्मशान तक जाने का रास्ता कच्चा है। हर बार बारिश में सड़क पर कीचड़ हो जाता है। ऐसे में जब भी गांव में किसी की मृत्यु होती है तो ग्रामीण खेत की मेढ़ और कच्चे रास्ते से होकर ही गुजरते हैं। बारिश में परेशानी बढ़ जाती है। यहां एक फीट तक कीचड़ जमा हो जाता है।
पौन किलोमीटर दूर है श्मशान
गांव से श्मशान की दूरी करीब पौन किलोमीटर है। उबड़-खाबड़, कीचड़ होने की वजह से शवयात्रा कीचड़ और खेत की मेढ़ से ही गुजरती है। सरपंच प्रतिनिधि दीपक सिंह ने बताया कि वीडियो आज का ही है। गांव के एक व्यक्ति का निधन हुआ था।
जनपद सीईओ गांव पहुंचे, जनप्रतिनिधियों से बात की
जानकारी सामने आने के बाद फंदा जनपद पंचायत सीईओ शंकर सिंह पांसे ने बताया, यह ग्राम पंचायत गोलखेड़ी का कांच बाबली गांव है। इसका श्मशाम भैरोपुर गांव के पास बना है। 7-8 साल पहले सड़क का निर्माण हुआ था। वर्तमान में दोनों ओर खेतों में धान की रोपाई चल रही है। इसलिए ट्रैक्टर-ट्रॉलियां गुजरती हैं और सड़क की स्थिति जर्जर हो गई है। कुछ समय पहले सड़क पर मुर्रम भी डलवाई थी, लेकिन बारिश की वजह से कीचड़ में तब्दील हो गई। गांव पहुंचकर जनप्रतिनिधियों से बात की है। बारिश थमने के बाद पक्की सड़क निर्माण का प्रस्ताव तैयार करेंगे।