हाथ जोड़ रो पड़ी बुजुर्ग, बोलीं-मुझे मेरे बेटे ने मारा
‘बेटा और पोता मुझे घर से बाहर निकाल रहे हैं। मैं कहां जाऊं। मैंने बेटे को थोड़ा से टोक दिया तो उसने मुझे मारा। सीने में दर्द हो रहा है’।
मंगलवार को भोपाल में जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से यह बात कहते हुए 70 वर्षीय कस्तूरीबाई रो पड़ी। उन्होंने बताया, वह हलालपुरा में रहती है। वृद्धा की बात सुनकर कलेक्टर ने बेटे पर भरण-पोषण के तहत कार्रवाई करने की बात कही।
जनसुनवाई में पहुंचे और फिर आवेदन लेने लगे कलेक्टर मंगलवार को दोपहर 1.15 बजे तक जनसुनवाई चली। एडीएम प्रकाश नायक ने सुनवाई की। इसके बाद अफसर लौट गए, लेकिन कुछ देर में ही कलेक्टर सिंह आ गए और उन्होंने फिर से जनसुनवाई शुरू कर दी। 15 से अधिक लोगों ने कलेक्टर को अपनी समस्याएं बताईं। एक व्यक्ति ने बीमारी होने की वजह से आर्थिक मदद मांगी। कलेक्टर ने रेडक्रास के माध्यम से दो हजार रुपए की राशि दे दी। इसी दौरान वृद्धा कस्तूरीबाई भी कलेक्टर के पास पहुंचीं।
पीएफ अकाउंट खुलवाने की मांग की इब्राहिमगंज की सिमरन पंथी ने कलेक्टर को बताया कि मेरे पीएफ अकाउंट से जब राशि निकालने की कोशिश की तो मेरा अकाउंट बंद बताया गया, जबकि इस अकाउंड में 60 हजार रुपए जमा है। भोपाल स्थित पीएफ ऑफिस में संपर्क किया तो उन्होंने मुंबई स्थित ऑफिस में बात करने को कहा। वहां से भी अकाउंट नहीं खुल रहा है। यह समस्या दूर की जाए।
स्कालरशिप नहीं मिलने पर कलेक्टर के पास पहुंचे छात्र
आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज भोपाल के करीब 20 छात्र-छात्राओं ने भी कलेक्टर सिंह के पास पहुंचकर अपनी समस्या बताई। उन्होंने कहा कि पिछले कई महीनों से उन्हें स्कालरशिप नहीं मिली है। इससे आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है। कलेक्टर ने कार्रवाई करने की बात कहीं।
जनसुनवाई में 124 आवेदक पहुंचे मंगलवार को हुई जनसुनवाई में कुल 124 आवेदक पहुंचे। संबंधित विभागों को आवेदन पहुंचाए गए हैं। ताकि, उनका निराकरण किया जा सके।