इंदौर के वार्ड क्रमांक 19 की महिला पार्षद के बेटे के कार्यालय में तोड़फोड़ कर धमकी देने वाले मुख्य आरोपी को बाणगंगा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी भागने की कोशिश के दौरान गिर पड़ा, जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया।
आरोपी ने पहले उज्जैन के एक मामले को लेकर बीजेपी पार्षद के बेटे को मोबाइल पर धमकी दी थी, इसके बाद उसके कार्यालय में जाकर तोड़फोड़ की थी। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है कि उसने यह घटना किसके कहने पर अंजाम दी।
जान से मारने की धमकी भी दी थी
टीआई सियाराम गुर्जर के नेतृत्व में बाणगंगा थाना पुलिस ने क्षेत्र के पार्षद पुत्र मासूम जायसवाल के कार्यालय में तोड़फोड़ करने वाले मुख्य आरोपी शाहरुख उर्फ जलील, पिता सलीम, निवासी ग्राम नजरपुर, थाना घटिया, जिला उज्जैन को सोमवार रात गिरफ्तार किया। आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर मासूम जायसवाल के कार्यालय में तोड़फोड़ की थी और उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।
आरोपी ने धमकी दी थी कि यदि महाकाल सवारी में थूकने के प्रकरण में दर्ज आरोपियों के खिलाफ राजीनामा नहीं किया गया, तो वह मासूम जायसवाल को जान से खत्म कर देगा।
पुलिस ने इस मामले में आरोपी शाहरुख के साथ उसके साथी सौरभ, गोलू और विनोद के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया था। इनमें से गोलू, सौरभ और विनोद को 23 दिसंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी शाहरुख गिरफ्तारी से बचकर भागने का प्रयास कर रहा था, इसी दौरान वह एक गड्ढे में गिर गया। आरोपी शातिर बदमाश है और उसके खिलाफ पूर्व में उज्जैन एवं बाणगंगा थाना क्षेत्रों में करीब आधा दर्जन अपराध दर्ज हैं।
महाकाल सवारी प्रकरण को लेकर दी थी धमकी
पुलिस ने बताया कि 2023 में मासूम जायसवाल ने अपने मोबाइल से एक वीडियो बनाया था, जिसमें कुछ युवक महाकाल सवारी के दौरान पानी से कुल्ला कर थूकते हुए नजर आ रहे थे। इस मामले में मासूम ने एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें अदनान सहित एक अन्य युवक आरोपी बनाए गए थे।
इसी प्रकरण को लेकर सुबह मासूम जायसवाल के मोबाइल पर धमकी भरा कॉल आया था और दोपहर में उनके कार्यालय पर हमला कर दिया गया। इस हमले में दो महिलाएं भी घायल हुई थीं।



