अकाउंट से करोड़ों का लेन-देन,6 साल बाद भी FIR नहीं
इंदौर में एक युवक के नाम से खोले गए फर्जी बैंक अकाउंट से करोड़ों रुपए का लेन-देन हो गया। मामले में 6 साल बीतने के बाद भी न तो कोई FIR की गई, न ही कोई कार्रवाई हुई। इससे परेशान युवक ने मंगलवार को जनसुनवाई में कमिश्नर से मामले की जांच करने की मांग की है। इससे पहले युवक इंदौर जिला कोर्ट की विशेष अदालत में परिवाद भी लगा चुका है। जिसमें कोर्ट ने मामले में की गई कार्रवाई पर जवाब तलब किया है।
खाते में जमा हुए 2 करोड़ 46 लाख रुपए
सुदामा नगर निवासी अंकुर कुमार अवस्थी को 2 मई 2018 को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इंदौर से नोटिस मिला। जिसमें बताया कि उनके नाम के बैंक खाते में करोड़ों रुपए जमा हुए। जिनका टैक्स जमा नहीं किया गया। 3 मई 2018 को अंकुर आयकर अधिकारी विधि चौधरी से मिलने पहुंचा। उन्होंने बताया कि उनके नाम से विश्व कल्याण मल्टी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड है। 1 जनवरी 2015 को खोले गए बैंक खाते में नवंबर 2016 से दिसंबर 2016 के मध्य 2 करोड़ 46 लाख रुपए जमा किए गए।
अंकुर ने आयकर अधिकारी को बताया कि उन्होंने ऐसा कोई बैंक खाता नहीं खोला है। मामले की डिटेल बैंक से ली तो पता चला कि उसके पहले एक कंपनी में कार्य के दौरान मिली सैलरी स्लिप पर उल्लेखित पैन कार्ड नंबर मात्र से ही खाता खोल दिया गया था। जबकि बैंक ने किसी प्रकार की कोई वैध KYC नहीं की। कोई फोटो आईडी भी नहीं लिया गया। यही नहीं डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन भी नहीं किया गया। इससे समझ में आया कि किसी अज्ञात गिरोह ने खाता खोलकर अवैध ट्रांजैक्शन किए।
5 साल तक चला पत्र व्यवहार
अंकुर ने पहली शिकायत डीआईजी, एसपी और क्राइम ब्रांच के माध्यम से 16 मई 2018 को लिखित शिकायत भी दर्ज की गई। इसमें डीआईजी इंदौर ने पुलिस कमिश्नर औरंगाबाद को एक पत्र 5 अक्टूबर 2018 को भेजा। जिसमें आवश्यक एक्शन लेने के लिए लिखा था। जिस पर औरंगाबाद पुलिस के अफसर सुभाष खंडागले ने अंकुर को आवश्यक डॉक्यूमेंट के साथ बयान के लेने के लिए औरंगाबाद बुलाया।
इसके बाद 1 जनवरी 2020 को असिस्टेंट कमिश्नर औरंगाबाद क्राइम ने डीआईजी इंदौर को एक लेटर जारी किया। जिसमें स्पष्ट किया कि औरंगाबाद पुलिस की जांच में अपराध विश्व कल्याण मल्टी को- ऑपरेटिव सोसायटी गोवर्धन प्लाजा, शीतला माता मंदिर इन्दौर में अपराध घटित हुआ है। यह इंदौर के क्षेत्राधिकार में आता है।
इसके बाद भी अंकुर ने 15 सिंतबर 2023 को शिकायत की। इस पर क्राइम ब्रांच व पुलिस सराफा ने कोई FIR दर्ज नहीं की है। न ही कोई कार्रवाई की है। मंगलवार को भी अंकुर ने पुलिस जनसुनवाई में कमिश्नर को फिर शिकायत की है।