रतलाम में कुत्ते के काटने से एक 30 साल के युवक की मौत हो गई। परिजन उसे बुधवार रात अहमदाबाद से रतलाम लेकर आ रहे थे। इसी दौरान रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
गुरुवार शाम को जनाजा लेकर जाने के दौरान परिजनों ने सड़क पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। उन्होंने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। प्रशासन से युवक के परिवार को मुआवजा देने की मांग की।
सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजन और लोगों को समझाइश दी। रात 8.30 बजे कार्रवाई का भरोसा मिलने के बाद उन्होंने प्रदर्शन खत्म किया।
31 जुलाई को कुत्ते ने काटा था
युवक का नाम शाहरुख पिता नासीर हुसैन निवासी अशोकनगर है। वह सैलाना बस स्टैंड पर सब्जी मंडी में हम्माली करता था। 31 जुलाई को रोज की तरह वह सुबह 5.30 बजे मंडी जाने के लिए निकला था।
शायर चबूतरा पर कुत्ते ने पैर पर घुटने के नीचे काट लिया। पूरा मांस निकाल दिया था। शाहरुख के पिता व उनके दोस्त ऑटो रिक्शा चलाते हैं। इस कारण वह पहले से उस चौराहे पर मौजूद थे।

पिता और दोस्त अस्पताल ले गए थे कुत्ते के हमले के बाद युवक के पिता नासीर कुरैशी व उसका दोस्त इरफान उसे लेकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। वहां पर इंजेक्शन व इलाज के बाद उसी दिन शाम को डिस्चार्ज करा लिया था।
गुरुवार को आखिरी इंजेक्शन लगना था युवक शाहरुख को गुरुवार को आखिरी इंजेक्शन लगना था। इसके पहले सोमवार को तबीयत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे मनोचिकित्सक को बताने को कहा। इसके अगले दिन उसे रैबीज के सिंप्टम्स होने पर उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया। लेकिन परिजन अहमदाबाद लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने मना कर दिया। वापस लौटते समय बुधवार रात रास्ते में मौत हो गई।

निगम अफसरों पर की कार्रवाई की मांग परिजनों ने रतलाम में जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में कुत्ते काटने के बाद के प्रॉपर इंजेक्शन नहीं लगाने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही मृतक के बच्चों को मुआवजा देने की मांग की है।
मृतक के तीन छोटे बच्चे हैं। एसडीएम आर्ची हरित, नगर निगम कमिश्नर अनिल भाना, तहसीलदार ऋषभ ठाकुर, माणक चौक टीआई अनुराग यादव समेत पुलिस बल पहुंचा। अधिकारियों के आश्वासन के बाद वे सभी माने।