इंदौर में सरे राह हुई युवक की हत्या, आरोपी बस लेकर हुए फरार
शहर में मंगलवार की रात द्वारकापुरी क्षेत्र निवासी कालू उर्फ गुलशन खेमचंदानी के सिर पर पाना मारकर हत्या कर दी। यह हत्या मरीमाता क्षेत्र में वन बटालियन के सामने रात करीब 11 बजे की बस के चालक और कंडेक्टर ने की। कालू अपने दोस्त गौरव के साथ मंगलवा को उज्जैन दर्शन कर इंदौर आया था। उज्जैन से यह सरवटे बस स्टैंड पर उतरा और वहां से यह दोनों दोस्त उज्जैन से ही लौटी खाली बस में सवार हो गए। इस बीच कालू की बस के चालक और कंडेक्टर से कहासुनी हुई।
वन बटालियन के सामने से जब बस गुजर रही थी तब विवाद और भी ज्यादा हो गया और चालक व कंडेक्टर ने इन्हें उतारकर कालू को मारना शुरू कर दिया। उन्होंने पाने से उसके सिर पर वार किया। वार इतना तेजी से किया गया कि घटना स्थल पर ही कालू का सिर फट गया। यह सब देखकर गौरव वहां से रिक्शा लेने भागा और जब तक वह वापस लौटा तब तक कालू मर चुका था।
प्रत्यक्षदर्शी गौरव ने बताया कि जब से वे इस बस में सवार हुए थे तब से ही दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो रही थी। बस पूरी खाली थी इसलिए बचाने वाला भी कोई नहीं था। वह कुछ समझ पाता इससे पहले ही बस चालक और ड्राइवर ने लोहे के पाने से एक के बाद एक कालू के सिर पर वार किया। उसे बचाने के लिए वह राहगीरों से मदद मांगता रहा लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। बाणगंगा थाना क्षेत्र और सदर बजार थाना क्षेत्र के अलावा वन बटालियन के मुख्य द्वार के सामने हुए इस वारदात ने सवालिया निशान लगा दिया। हत्या के बाद शव काफी देर तक बीच सड़क पर ही पड़ा रहा। देर तक न तो पुलिस वहां पहुंची और ना ही कोई मदद के लिए आया।
शहर में मंगलवार की रात द्वारकापुरी क्षेत्र निवासी कालू उर्फ गुलशन खेमचंदानी के सिर पर पाना मारकर हत्या कर दी। यह हत्या मरीमाता क्षेत्र में वन बटालियन के सामने रात करीब 11 बजे की बस के चालक और कंडेक्टर ने की। कालू अपने दोस्त गौरव के साथ मंगलवा को उज्जैन दर्शन कर इंदौर आया था। उज्जैन से यह सरवटे बस स्टैंड पर उतरा और वहां से यह दोनों दोस्त उज्जैन से ही लौटी खाली बस में सवार हो गए। इस बीच कालू की बस के चालक और कंडेक्टर से कहासुनी हुई।
वन बटालियन के सामने से जब बस गुजर रही थी तब विवाद और भी ज्यादा हो गया और चालक व कंडेक्टर ने इन्हें उतारकर कालू को मारना शुरू कर दिया। उन्होंने पाने से उसके सिर पर वार किया। वार इतना तेजी से किया गया कि घटना स्थल पर ही कालू का सिर फट गया। यह सब देखकर गौरव वहां से रिक्शा लेने भागा और जब तक वह वापस लौटा तब तक कालू मर चुका था।
प्रत्यक्षदर्शी गौरव ने बताया कि जब से वे इस बस में सवार हुए थे तब से ही दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो रही थी। बस पूरी खाली थी इसलिए बचाने वाला भी कोई नहीं था। वह कुछ समझ पाता इससे पहले ही बस चालक और ड्राइवर ने लोहे के पाने से एक के बाद एक कालू के सिर पर वार किया। उसे बचाने के लिए वह राहगीरों से मदद मांगता रहा लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। बाणगंगा थाना क्षेत्र और सदर बजार थाना क्षेत्र के अलावा वन बटालियन के मुख्य द्वार के सामने हुए इस वारदात ने सवालिया निशान लगा दिया। हत्या के बाद शव काफी देर तक बीच सड़क पर ही पड़ा रहा। देर तक न तो पुलिस वहां पहुंची और ना ही कोई मदद के लिए आया।
एडीसीपी झोन 1 जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि गौरव से प्राप्त जानकारी के अनुसार कालू भी वाहन चालक है। उज्जैन में दर्शन करने के बाद दोनों दोस्तों ने वहां शराब भी पी थी। हत्या के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। खबर लिखे जाने तक सदर बाजार थाना पुलिस प्रत्यक्षदर्शी गौरव को साथ लेकर आरोपियों की पहचान करने ले गई थी। सदर बाजार थाना टीआई सुनील श्रीवास्तव ने इस बात की पुष्टी की कि जिस बस के चालक और कंडेक्टर ने हत्या की वह बस शुक्ला ब्रदर्स की है। कालू के खिलाफ इंदौर और उज्जैन में भी कई केस दर्ज हैं।