बर्फीली हवाएं चलने से राजधानी में ठिठुरन बरकरार है। इसी क्रम में बुधवार काे शहर का न्यूनतम तापमान 5.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लगातार दूसरे दिन शीतलहर का प्रभाव रहा। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक 28 जनवरी तक ठंड के तीखे तेवर बने रहने की संभावना है। उसके बाद उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षाेभ के प्रवेश करने पर हवाआें का रूख बदलने से न्यूनतम तापमान बढ़ने पर ठंड से कुछ राहत मिलने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ाें पर जबरदस्त बर्फबारी हुई है। वर्तमान में मध्यप्रदेश के मौसम काे प्रभावित करने वाला काेई वेदर सिस्टम भी सक्रिय नहीं है। उधर हवाआें का रूख भी लगातार उत्तरी बना हुआ है। जिसके चलते उत्तर भारत के पहाड़ाें से मैदानाें की तरफ चल रही बर्फीली हवाआें के कारण राजधानी सहित मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलाें में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बुधवार काे शहर का न्यूनतम तापमान 5.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जाे सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार काे भी न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इस तरह लगातार दूसरे दिन बुधवार काे भी शहर में शीतलहर का प्रभाव रहा। उधर मंगलवार काे दिन का अधिकतम तापमान 19.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। जाे सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस कम रहा था। जिसके चलते साेमवार के बाद मंगलवार काे भी शहर में शीतल दिन रहा था। मौसम विज्ञानी साहा के मुताबिक बुधवार काे भी शीतल दिन रहने की संभावना है। लगातार सर्द हवाएं चलने से जनजीवन भी प्रभावित हाेने लगा है। जगह-जगह लाेग अलावा जलाकर ठंड से जूझते नजर आ रहे हैं। आसमान साफ रहने से धूप का निकल रही है, लेकिन सर्द हवाआें के सामने धूप की तपिश नाकाफी है। उधर शाम ढलने के बाद लाेग घर में रजाई में दुबकने लग जाते हैं।